April Fool Day: अक्सर लोग एक अप्रैल को अप्रैल फूल डे के रूप मे मानते हैं इसे अप्रैल फूल या मूर्ख दिवस भी कहा जाता है। आज लोग एक दूसरे को मूर्ख बनाकर उनका मजाक बनाते हैं। लेकिन 1 अप्रैल को ही फूल डे क्यों मनाया जाता है ये शायद ही लोगों को पता हो। आज हम आपको बताते हैं कि अप्रैल फूल क्यों मनाया जाता है और इसके पीछे की क्या कहानी है।
April Fool Day:
फूल डे के अनेक रूप :
आज के दिन लोगों को मूर्ख बनाकर उस पर हंस लेते हैं, हालांकि इसे एक लिमिट मे ही मानना चाहिए। ग्रीस में माना जाता है कि अप्रैल फूल बनाने से साल भर गुड लक बना रहता है। तो अमेरिका में लोग इस दिन का बेसबरी से इंतजार करते हैं माना जाता है कि 1 अप्रैल को बारिश होना बहुत शुभ होता है। बात करें फ्रांस की तो वहां लोग खाने में जहर देने का झूठा मजाक करते हैं और लोगों को डराते हैं। पहले यह मजाक लोगों को पसंद नहीं आया लेकिन कुछ समय बाद इसे गुडलक से जोड़ दिया गया।
पीछे की कहानी :
April Fool Day: अप्रैल फूल का मतलब दूसरों को मूर्ख बनाना नहीं है, इस दिन लोगों को फूल की शुरुआत सैकड़ों साल पहले हुई थी, कहा जाता है कि 1686 में यूके के बायोग्राफर जॉन औबेरी ने इसे मनाने की शरुआत की थी, वे इसे फूल्स हॉलीडे के रूप में मनाते थे। उन्होंने 1698 में लोगों के बीच अफवाह फैलाकर फैलाई की टावर आफ लंदन में लोग दुनिया से खत्म होते शेर को देख पाएंगे। ये अफवाह सुनकर लोग टावर आफ लंदन में जमा हो गए, लोग बड़ी संख्या में पहुंचे और ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। जिसके बाद न्यूज पेपर के जरिए इस झूठ का पर्दाफाश हुआ, तब से ही 1 अप्रैल को झूठ बोलकर लोगों को मूर्ख बनाने का सिलसिला शुरू हो गया।
अप्रैल फूल डे को अगर मनोरंजन या हंसी-मजाक के तौर पर मनाया जाए तो अच्छा है। मजाक एक लिमिट तक होना चाहिए, लेकिन कभी-कभी मजाक का स्तर इतना बढ़ जाता है कि ये खतरनाक भी हो सकता है। शायद इसलिए लोग इस दिन को ज्यादातर दोस्तों के साथ ही बनाते हैं, लेकिन याद रखें मजाक करने का मतलब मू्र्ख बनाना बिल्कुल नहीं है.