एक ऐसा घर जिसका एक दरवाज़ा हरियाणा में तो दूसरा खुलता है राजस्थान में


नमिता बिष्ट

आपने छोटी-छोटी बातों पर घर में मनमुटाव के बाद बंटवारे के बारे में तो अक्सर सुना ही होगा, लेकिन हम आपको एक ऐसे घर के बारे में बता रहे हैं जहां दिलों का नहीं बल्कि दो राज्यों का बंटवारा है। जी हां, हरियाणा-राजस्थान के बॉर्डर पर बना एक ऐसा अनोखा घर है, जिसके कमरे हरियाणा में है और आंगन रास्थान में। एक दरवाजा हरियाणा में तो दूसरा दरवाजा राजस्थान में खुलता है। एक तरफ से राशन-पानी मिलता है तो दूसरी तरफ से घर में उजाला होता है। इतना ही नहीं इस घर में 2 राज्यों की राजनीति की बिसात भी बिछी है। आपको सुनने में शायद अजीब लगेगा लेकिन यह सच है…

दिलों का नहीं, राज्यों का बंटवारा है घर में
हरियाणा के रेवाड़ी जिले और राजस्थान के अलवर जिले के बॉर्डर पर ये अनोखा घर बना है। घर का एक गेट राजस्थान में और दूसरा गेट हरियाणा में खुलता है। इस घर में रहने वाला दायमा परिवार सीमाओं का फासला खत्म करते हैं। उनके घर की खास बात यह है कि इसके बीचों-बीच हरियाणा-राजस्थान की सीमा गुजरती है और दोनों ही राज्यों की सैर परिवार के सदस्य घर के भीतर ही कर लेते हैं। 4 हजार गज में बना यह लंबा चौड़ा घर इसलिए भी अनोखा है, क्योंकि यहां राजस्थान से पानी तो हरियाणा से बिजली की सप्लाई आती है।

हरियाणा से चाचा तो राजस्थान से भतीजा बना पार्षद
इस घर में 2 राज्यों की राजनीति की बिसात भी बिछी ही है। परिवार में चाचा हरियाणा से पूर्व पार्षद हैं। चाचा कृष्ण दायमा हरियाणा के धारुहेड़ा में वार्ड नंबर 3 से दो बार पार्षद रह चुके हैं। जबकि भतीजा हवासिंह राजस्थान की भिवाड़ी नगर पालिका के वार्ड नंबर 2 से लगातार तीसरी बार पार्षद चुने गए हैं।

1960 से इस घर में हंसी खुशी रह रहा है परिवार
बताया जाता है कि कृष्ण दायमा के पिता चौधरी टेकराम दायमा 1960 में यहां रहने आए थे। इस दौरान उनकी आधी जमीन हरियाणा में तो आधी जमीन राजस्थान में थी। फिर उन्होंने यहां अपना घर बनाया। अब उनके दो बेटे कृष्ण दायमा और ईश्वर दायमा एक ही छत के नीचे और बेटों-पौत्रों और पूरे परिवार के साथ एक साथ रहते हैं। परिवार के कुछ बच्चे राजस्थान तो बाकी हरियाणा के स्कूलों में पढ़ते हैं।

देखने पर नहीं लगता सीमा का अंदाजा
दायमा परिवार का घर इस तरह बना है कि कोई अंदाजा ही नहीं लगा सकता कि यह घर दो राज्यों की सीमा पर बना है। दायमा परिवार को खुशी है कि वह दो राज्यों के बीच बसे हुए हैं। उन्हें सुविधाओं का भी अभाव नहीं है कि उनके घर के चारों तरफ की दीवारों के साथ उनकी ही जमीन पर मार्केट बना हुआ है। जिसमें 10 से ज्यादा दुकानें हरियाणा तो अन्य दुकानें राजस्थान में हैं। एक मेडिकल स्टोर तो ऐसा है, जो आधा हरियाणा और आधा राजस्थान में है।
घर की कहानी सुन सब रह जाते हैं हैरान
घर के सदस्यों का कहना है कि यहां रहते आदत हो गई है तो उतना अजीब नहीं लगता, लेकिन जब उनका कोई रिश्तेदार या कोई बाहरी व्यक्ति उनसे मिलने आता है और जब उसे पता चलता है कि घर के बीचों बीच राजस्थान और हरियाणा की सीमा है तो हैरान रह जाता है।

चाचा के दस्तावेज हरियाणा… भतीजे के दस्तावेज राजस्थान
कहने को तो इस घर में संयुक्त परिवार रहता है। लेकिन परिवार के कुछ सदस्यों के आधार कार्ड, मूल दस्तावेज राजस्थान के हैं तो कुछ सदस्यों के हरियाणा के हैं। परिवार के कुछ सदस्य राजस्थान के मतदाता हैं और कुछ सदस्य हरियाणा में सरकार चुनते हैं। इतना ही नहीं इस घर में कभी राजस्थान का मोबाइल नेटवर्क आता है तो कभी हरियाणा का नेटवर्क आता है।

कई गरीब बेटियों के विवाह में की मदद
दायमा परिवार राजनीति के साथ ही समाजसेवा में भी अग्रणी रहा है। इस परिवार ने बहुत सी गरीब लड़कियों के विवाह से लेकर गरीबों की अन्य प्रकार से मदद की है। वहीं जहां भी गरीबों की मदद की जरूरत होती है तो इस परिवार के सदस्य हमेशा उसके लिए तत्पर रहते हैं।

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