Gujarat: नवरात्रि से पहले गुजरात के वडोदरा में महिला कारीगर खास तौर पर तैयार मिट्टी के बर्तनों को अंतिम रूप देने में बिजी हैं, जिन्हें ‘गरबा’ के नाम से जाना जाता है।
श्रद्धालु इन बर्तनों को अपने घरों में रखते हैं और नौ दिनों के उत्सव के दौरान डांस कार्यक्रमों में इनका इस्तेमाल करते हैं, मिट्टी के बर्तनों को इस मौके के लिए मिरर वर्क, खूबसूरत रंगों और कई तरह की डिजाइनों से खूबसूरती से सजाया जाता है।
कारीगरों के मुताबिक खास तौर पर तैयार मिट्टी के इन बर्तनों की मांग नवरात्रि से पहले शुरू हो जाती है, इनकी कीमत 100 रुपये से 1,000 रुपये तक होती है। नवरात्रि हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। गुजरात समेत देश के कई इलाकों में कम्युनिटी डांस परफॉर्मेंस इस त्यौहार का प्रमुख हिस्सा है।
महिला कारीगर डिंपल प्रजापति ने कहा कि “अब नजदीक समय में गरबा आने वाला है तो माता जी अराधना करते हैं गरबा स्थापन करके, ऐसे उपयोग में ले जाते हैं गरबा। इसमें मिरर वर्क होता है, क्वान वर्क होता है, लेसेस लगाते हैं हम, अलग-अलग टाइप के होते हैं, फैंसी भी अब आ रहे हैं गरबे।”
इसके साथ ही उनका कहना है कि “गरबे में सब माता जी की अराधना करते हैं और नौ दिन का जो गरबा होता है वो खेलते हैं, घूमते हैं, सब एन्जॉय करते हैं।