Gujarat: गुजरात के वडोदरा में प्रिंस अशोकराजे गायकवाड़ स्कूल और देवयानीराजे गायकवाड़ स्कूल में पर्यावरण के माकूल होली खेली गई और धुलेटी त्योहार मनाया गया। करीब 400 छात्र, टीचर और कर्मचारियों ने पानी, पर्यावरण और परंपराओं के संरक्षण का मजबूत संदेश दिया, यहां फूलों और जैविक रंगों के साथ त्योहार मनाया गया।
टीचर्स और कर्मचारियों के साथ छात्रों ने स्कूल में जगन्नाथ मंदिर और गंगेश्वर महादेव मंदिर के पास जैविक होली खेली। पारंपरिक कपड़ों में सजे छात्रों और टीचर्स ने फूलों से होली खेली और एक-दूसरे को तिलक लगाया। आयोजन में पारंपरिक पकवानों का जायका भी शामिल था। होलिका दहन से वातावरण को शुद्ध करने के लिए कपूर, लोबान और गोमूत्र जैसे आयुर्वेदिक उत्पादों का इस्तेमाल किया गया।
दोनों स्कूलों के करीब 400 छात्रों, टीचर और कर्मचारियों ने हल्दी, लाल गुड़हल, लाल गुलाल, लाल चंदन और फूलों से बने रंगों से होली खेली। रंग-बिरंगे पारंपरिक कपड़ों में सजे बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश किया। साथ ही होली गीतों की धुन पर डांस किया।
छात्रों का कहना है कि “प्रिंस अशोकराजे गायकवाड़ स्कूल और देवयानीराजे गायकवाड़ स्कूल के प्रांगण में स्थित श्री जगन्नाथ जी के मंदिर में हमने ये होली का त्योहार रखा। हम सभी विद्यार्थियों ने और हमारे शिक्षकों का साथ इको फ्रेंडली होली खेली।” इसके साथ ही स्कूल निदेशक ने कहा कि “प्रिंस अशोकराजे गायकवाड़ स्कूल और देवयानीराजे गायकवाड़ स्कूल की तरफ से इको फ्रेंडली होली का आयोजन किया गया है। इसके अंदर 500 किलो फूलों का इस्तेमाल जो भगवान को चढ़ाए गए थे वो लाए थे हम लोग साथ में इको फ्रेंडली रंगों से मनाया गया है। पढ़ाई के साथ मौज-मस्ती भी जरूरी है।”