Zero Shadow Day: बेंगलुरु में क्यों नहीं दिखाई दी लोगों की परछाई, जानें क्या है रहस्य

Zero Shadow Day: जब भी हम धूप में चलते हैं तो परछाई भी साथ-साथ चलती है, लेकिन अगर किसी दिन आपकी परछाई अचानक गायब हो जाए तो आप क्या करेंगे, जरा सोचिए उस वक्त क्या होगा। ऐसा नजारा आज बेंगलुरु में दिखाई दिया, आज दिन के समय में किसी भी चीज की परछाई नहीं दिखाई दे रही थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आज दोपहर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में अचानक लोगों की परछाई ही गायब हो गई, जिससे लोग भी भौचक्के रह गए। सिर्फ लोगों की नहीं बल्कि किसी भी चीज की परछाई नजर नहीं आ रही थी। इसे जीरो शैडो डे कहा जाता है और साल में दो बार मकर और कर्क रेखा के बीच की जगहों पर जीरो शैडो डे होता है।

Zero Shadow Day:

Zero Shadow Day:

आज बेंगलुरु में दोपहर में 12 बजकर 17 मिनट पर सभी की परछाई कुछ देर के लिए गायब हो गई, लेकिन क्या आपको पता है कि जीरो शैडो डे होता क्यों है और कहां ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।

आज बेंगलुरु में दोपहर के समय किसी भी चीज की परछाई दिखाई नहीं आई, कहा जाता है कि साल में दो बार मकर और कर्क रेखा के बीच की जगहों पर जीरो शैडो डे होता है। इन इलाकों में दक्षिणायन और उत्तरायण के दौरान सूर्य का झुकाव अक्षांश के बराबर होता है, जिससे धरती का 23.5 डिग्री अक्षांश नॉर्थ और साउथ के बीच जीरो शैडो बनता है साथ ही इसी दिन इस रेखा पर कोई भी परछाई नहीं बनती है।

Zero Shadow Day: यह खगोलीय घटना केवल एक सेकंड के लिए होती है और इसका प्रभाव लगभग डेढ़ मिनट तक दिखाई देता है। इससे पहले साल 2021 में ओडिशा के भुवनेश्वर में और 21 जून 2022 को मध्य प्रदेश के उज्जैन में जीरो शैडो डे का लोगों को अनुभव हुआ था।

 

 

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