उत्तराखंड : राजू श्रीवास्तव का उत्तराखंड से भी था गहरा नाता

नमिता बिष्ट

सबको हंसाने वाले मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव आज रुलाकर चले गए। उन्होंने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। राजू श्रीवास्तव 58 साल के थे। वह 41 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक आया था। जिसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती करवाया गया था। उनके निधन से पूरे देश सहित उत्तराखंड में शोक की लहर है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।

आज भी राजू श्रीवास्तव का मुरीद है मसूरी
राजू श्रीवास्तव के उत्तराखंड आने के दौरान कई किस्से जुड़े हैं। 2018 में कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव तीन दिन के प्रवास पर मसूरी पहुंचे थे। तब वह कैमिल्स बैक रोड पर मॉर्निंग वाक के लिए जाया करते थे। मॉर्निंग वॉक के दौरान कुछ लोगों ने उन्हें पहचान लिया और सेल्फी खींचने के लिए घेर लिया। भीड़ से बचने के लिए राजू मसूरी ट्रेडर्स एंड वैलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष की मां के साथ उनके घर चले गए। राजू श्रीवास्तव से मिलकर उनका परिवार काफी खुश हो गया था। राजू ने परिवार के साथ खूब फोटो भी खिंचवाई थीं। यह किस्सा सभी के लिए यादगार बन गया था।

तरोताजा और शांति की तलाश में आते थे मसूरी
इस दौरान राजू श्रीवास्तव ने कॉमेडी के विभिन्न पहलुओं पर बात की और कहा था कॉमेडियन कितना भी दुखी क्यों न हो वह दूसरों को हंसाने की कला बखूबी जानता है। इस दौरान वह भरत व गीता कुमईं के घर भी पहुंचे थे और चाय की चुस्कियों पर चर्चा भी की थी। मीडिया से बातचीत के दौरान तब राजू ने कहा था कि वह दूसरी बार मसूरी आए हैं। कहा था कि लुभावनी आबोहवा में तरोताजा होने और शांति की तलाश में वह मसूरी आते हैं।

राजू श्रीवास्तव का सरोवर नगरी से था गहरा नाता
इतना ही नहीं राजू श्रीवास्तव की बहुत सी यादें नैनीताल से भी जुड़ी हुई है। दिसंबर 2020 में परिवार और दोस्तों के साथ राजू श्रीवास्तव नैनीताल आए थे। इस दौरान उन्होंने 25 दिसंबर को अपना जन्मदिन जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में मनाया था। यहां उन्होंने परिवार वालों और दोस्तों के साथ काफी मस्ती की थी। नैनीताल में घूमने के दौरान राजू श्रीवास्तव ने कहा था कि उन्हें नैनी झील से बेहद लगाव है, जिस वजह से वह हर साल सरोवर नगरी घूमने जरूर आते हैं। राजू श्रीवास्तव ने नैनीताल के एक रेस्टोरेंट में परिवार संग कुमाऊंनी व्यंजनों का लुत्फ उठाया था। नैनीताल से जाने से पहले उन्हें यहां के लोगों से वादा किया था कि वो जल्द ही सरोवर नगरी आएंगे, लेकिन आज दो साल बाद उनके निधन की खबर आई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *