बैसाखी पर खुलेंगे गौरीकुण्ड स्थित मां गौरी माई मंदिर के कपाट

केदारनाथ यात्रा के अंतिम पड़ाव गौरीकुंड में स्थित मां गौरी माई मंदिर के कपाट बैसाखी पर्व पर पूरे विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ खोले जाएंगे। गौरीकुंड में मंदिर के कपाट खोलने को लेकर मन्दिर समिति और जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।
बता दें कि भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने से पूर्व गौरी माई मंदिर के कपाट खोलने की परम्परा है। इस वर्ष 14 अप्रैल को मां गौरी माई के कपाट खोले जाएंगे। बैसाखी पर्व पर शुभमुहूर्त्त पर गौरी माई की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल गौरी गांव से रवाना होगी, जिसके बाद डोली के गौरी कुंड पहुंचने पर ब्राह्मणों व मंदिर के मुख्य पुजारी वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधिविधान के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। सुबह 8:30 बजे मां गौरी माई मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसी स्थान पर छह माह माता की पूजा की जाएगी।
गौरी माई मंदिर के मठाधिपति सम्पूर्णानन्द गोस्वामी ने बताया कि छह माह गौरी माई मन्दिर के कपाट शीत काल के लिए बंद किये जाते हैं, जिसके बाद माता की पूजा गौरी गांव के चंडिका मंदिर में की जाती है। छह माह प्रवास के बाद भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने से कुछ दिन पूर्व बैसाख मास की संक्रांति को गौरी माई के कपाट विधि विधान के साथ खोल दिए जाएंगे।

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