नमिता बिष्ट
सरोवर नगरी नैनीताल में ब्रिटिश शासन की विरासत क्लॉक टावर एक बार फिर समय बताएंगी। लंबे समय से खराब पड़ी इन घड़ियों को ठीक करने के लिए डीएम ने निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही बजट भी जारी कर दिया गया है।
लंबे समय से ठप थी घडियां
बता दें कि ब्रिटिशकाल में कलेक्ट्रेट भवन, सीआरएसटी और पालिका भवनों पर क्लॉक टावर स्थापित की गई थी। लेकिन देखरेख के अभाव में तीनों ही घड़ियां लंबे समय से खराब पड़ी थी। अब तीनों घड़ियों को ठीक करवाने के लिए बरेली के मैकेनिक से संपर्क किया गया है। फिलहाल एक घड़ी को ठीक करने के लिए बजट भी जारी कर दिया गया है। जल्द ही कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
एक घड़ी को ठीक करने में लगेगा एक माह
जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि पहले चरण में सीआरएसटी स्कूल में स्थापित घड़ी को ठीक किया जा रहा है। उसके कई उपकरण बदले जाने हैं। इस घड़ी को ठीक करने में एक माह का समय लगेगा। इसके बाद अन्य दोनों क्लॉक टॉवर की घड़ियों की मरम्मत की जाएगी।
1850 के दशक में स्थापित है सबसे पुरानी घड़ी
क्लॉक टावर में स्थापित इन घड़ियों पर इनका स्थापना वर्ष और घड़ी बनाने वाली कंपनी का नाम अभी भी अंकित है। तीनों स्थानों पर स्थापित इन घड़ियों में से सबसे पुरानी घड़ी सीआरएसटी भवन में 1850 में स्थापित की गई थी। यह घड़ी सेंट थॉमस यूएसए कंपनी की ओर से बनाई गई थी। इसके बाद पालिका और कलेक्ट्रेट में घड़ियां स्थापित की गईं थी।