महेश रावत
चकराता। बीते कई दिनों से हो रही तेज वर्षा के कारण उत्तटराखंड में पहाड़ी इलाकों में नदी-नाले उफान पर हैं। वहीं पहाड़ भी दरक रहे हैं, जिस वजह से कई मार्ग बंद है और घरों में मलबा घुस गया है। भारी बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जौनसार बावर में 3 अतिवृष्टि के चलते की गांवों में जनजीवन चौपट हो गया है।
जौनसार बावर में 3 दिन से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण अमलावा नदी उफान है। जिसके चलते तहसील प्रशासन ने आसपास के मकानों को खाली कराया। वहीं अतिवृष्टि के चलते छानिया और साहिया में एक मकान ढह गया। इसके अलावा साहिया में बना पुल का एप्रोच भी ढह गया है। जिससे फुल पर खतरा बना हुआ है। बुलाड गांव में भी भारी बारिश के चलते गोशाला ढहने से 3 पशुओं की मौत हो गई। वहीं कृषि भूमि में मलवा आने से काश्तकारों की नगदी फसलें भी बर्बाद हो गई हैं। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच ट्यूनी चकराता कोटि के पास भारी मलबा आने से देर रात से बंद है। जिसे खोलने में प्रशासन की टीम जुटी हुई है।