2 अक्टूबर से केदारनाथ ट्रैक पर फंसे 2 ट्रेकर्स को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवानों ने खोज निकाला। इनमें से एक ट्रैकर की अत्यधिक ठंड और बर्फबारी के कारण मौत हो गई, वहीं दूसरे ट्रैकर को रेस्क्यू कर घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। आपको बता दें कि 2 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल से कुल 10 ट्रैकर्स रांसी मनना केदारनाथ ट्रैक पर निकले थे। इस दल में 2 महिलाएं थी और अन्य 8 पुरुष थे। रांसी गांव से केदारनाथ के लिए निकले ये ट्रैकर्स जब महापंथ के पास पहुंचे तो इनमें से दो ट्रैकर्स चलने की हालत में नहीं थे, जिसके बाद इन 2 ट्रैकर्स ने महापंथ के पास ही टेंट लगा लिया। वहीं बाकी 8 ट्रैकर्स 2 अक्टूबर की देर रात केदारनाथ पहुंच गए। जब ये दो ट्रैकर्स कई दिनों तक भी केदारनाथ नही पहुंचे तो बीते शनिवार यानि की 8 अक्टूबर की देर शाम प्रशासन को इन दो ट्रैकर्स के लापता होने की सूचना मिली, जिसके बाद रविवार यानि की 9 अक्टूबर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, मगर खराब मौसम के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ा।
इसके बाद सोमवार यानी की 10 अक्टूबर को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के 10 जवान रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए केदारनाथ से निकले। ये रेस्क्यू ऑपरेशन एसडीआरएफ के हेड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में चलाया गया, जहां महापंथ क्षेत्र पहुंचकर एसडीआरएफ के जवानों को थोड़ी दूरी पर एक टेंट नजर आया। रेस्क्यू दल ने मौके पर पहुंचकर पाया कि टेंट के अंदर एक ट्रैकर जिसका नाम आलोक विश्वास, सगुना, पश्चिम बंगाल निवासी मृत पड़ा है, वहीं दूसरा ट्रैकर जिसका नाम विक्रम मजूमदार, 24 परगना, पश्चिम बंगाल निवासी ठंड और भारी बर्फबारी के कराण टेंट के अंदर घायल अवस्था में पड़ा हुआ है। इसके बाद रेस्क्यू दल द्वारा तुरंत घायल विक्रम मजूमदार को बड़ी मशकक्त के बाद देर रात केदारनाथ लाया गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।