हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में आगामी शिक्षण सत्र 2022-23 से एनईपी यानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार पठन पाठन शुरू होगा। विवि की प्रवेश समिति ने एनईपी के अनुसार तैयार किए पाठ्यक्रम को मंजूरी दे दी है।
दरअसल, केंद्र सरकार ने शिक्षण संस्थानों को एनईपी 2020 के तहत शिक्षण व्यवस्था चलाने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में एचएनबी गढ़वाल विवि की ओर से नई शिक्षा नीति के मुताबिक पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं। बीती सोमवार को विवि की प्रवेश समिति ने एनईपी 2020 के अनुसार पाठ्यक्रम संचालन को मंजूरी दे दी। गढ़वाल विवि के डीएसडब्ल्यू (अधिष्ठाता छात्र कल्याण) प्रो. महावीर नेगी ने बताया कि एनईपी 2020 छात्र स्नातक में चार साल का पाठ्यक्रम पढ़ेंगे। इसमें यह भी विकल्प दिया गया है कि जो छात्र स्नातक के बाद नौकरी करना चाहते हैं या आगे नहीं पढ़ना चाहते हैं, उनके लिए तीन साल की डिग्री वाला कोर्स है। जबकि, शोध क्षेत्र में जाने वाले छात्र चार वर्षीय डिग्री कोर्स के बाद पीएचडी कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि कई छात्र बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं, उनकी पढ़ाई व्यर्थ नहीं जाएगी। उनको एक साल की पढ़ाई के बाद सर्टिफिकेट, दूसरे साल के बाद डिप्लोमा और तीसरे साल में डिग्री दी जाएगी। बाद में यदि कोई पढ़ाई पूरी करना चाहता है तो वो प्रवेश ले सकता है। इसी प्रकार तीन वर्षीय स्नातक करने वाले छात्रों का स्नातकोत्तर दो वर्षीय होगा। उन्हें एक साल बाद पीजी डिप्लोमा मिलेगा। जबकि, चार वर्षीय स्नातक छात्रों को एक साल में स्नातकोत्तर की डिग्री मिल जाएगी।