द्वादश ज्योर्तिलिंगों में अग्रणी और पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के कपाट बन्द होने में मात्र 5 दिन का समय शेष रह गया है. विगत दिनों गरुड़चट्टी में हुए हेलीकॉप्टर हादसे और त्यौहार का सीजन शुरू होते ही केदारनाथ धाम यात्रा में भारी कमी देखने को मिल रही है. मन्दिर समिति और प्रशासन बाबा केदारनाथ के कपाट बन्द होने की तैयारियों में जुट गया है. आगामी 27 अक्टूबर को भैयादूज पर्व पर भगवान केदारनाथ के कपाट सुबह 8:30 बजे विधि – विधान व वेद ऋचाओं के साथ शीतकाल के लिए बन्द किये जायेंगे. बाबा केदारनाथ के कपाट बन्द होने के बाद बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली हिमालय से शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर के लिए रवाना होगी, और प्रथम रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी तथा 29 अक्टूबर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी.