मां पूर्णागिरि धाम के ऐतिहासिक मेले का हुआ आगाज

चंपावत जनपद के टनकपुर में स्थित मां पूर्णागिरि मेले का आज से आगाज हो चुका है। शनिवार को मां के जयकारों के बीच कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने ठुलीगाड़ में विधिवत पूजा अर्चना करते हुए ऐतिहासिक पूर्णागिरि मेला का विधिवत शुभारंभ किया।
बता दें कि मां पूर्णागिरी मेला हर साल होली के अगले दिन लगता है। इस बार मां पूर्णागिरी मेला 19 मार्च से 15 जून तक लगेगा। मेला भले ही आज से शुरू हुआ हो, लेकिन मां के धाम में पहले से ही तीर्थयात्रियों का आना जारी है। होली पर भी श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में मां पूर्णागिरि धाम मेले में देवी मां के दर्शन किए। मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी ने बताया कि इन दिनों उत्तर प्रदेश से लेकर नेपाल के कई स्थानों से दो हजार से अधिक श्रद्धालु हर रोज पहुंच रहे हैं।

सभी व्यवस्थाओं चाक चौबंद
हर बार मां पूर्णागिरि मेले का आयोजन टनकपुर तहसील प्रशासन, मां पूर्णागिरी मंदिर समिति व जिला पंचायत चंपावत के द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है। मां पूर्णागिरि मेला मजिस्ट्रेट व पूर्णागिरी तहसील के उप जिलाधिकारी हिमांशु कफल्टिया के अनुसार लगभग तीन माह की अवधि तक लगने वाले मां पूर्णागिरि मेले की सभी तैयारियां प्रशासन द्वारा की है। देश भर से आने वाले तीर्थ यात्रियों को कोविड गाइड लाइन के अनुसार दर्शन कराए जाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही मेला क्षेत्र में लाइट, सड़क बिजली, पानी, शौचालय पेयजल सहित सभी व्यवस्थाओं चाक चौबंद कर ली गई हैं।
20 मार्च से चलेगी मेला स्पेशल ट्रेन
मां पूर्णागिरि धाम मेले में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे मेला स्पेशल सवारी गाड़ी चलाएगा। रेल विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि 20 मार्च से 15 जून तक एक जोड़ी मेला स्पेशल सवारी गाड़ी संचालित की जाएगी। ये ट्रेन कासगंज-टनकपुर-कासगंज के बीच संचालित होगी। और 27 स्थानों पर कुछ देर के लिए रुकेगी।

मेला स्थल में हर वक्त मौजूद रहेगी एक एंबुलेंस
मां पूर्णागिरि धाम के मेला क्षेत्र में तीन महीने तक चिकित्सा कैंप रहेंगे। इसके लिए विभाग ने डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ का रोस्टर निर्धारण कर दिया है। 15-15 दिनों के लिए बारी-बारी से मेडिकल स्टाफ को तैनात किया जाएगा।
पूर्णागिरि धाम पहुंचे तीनों चौकियों के पुलिस प्रभारी
मां पूर्णागिरि धाम मेले में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल भी तैनात है। ठुलीगाड़ की स्थायी चौकी के अलावा मेला अवधि तक के लिए भैरव मंदिर और काली मंदिर में पुलिस चौकी बनाई गई है। सुरक्षा के साथ ही यातायात व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए चंपावत के सीओ यातायात अभिनय चौधरी को मेले में जिम्मेदारी दी गई है। अग्निशमन दस्ते से लेकर टनकपुर और बूम में जल पुलिस का बंदोबस्त किया गया है।
अन्नपूर्णा की चोटी पर बसा है मां पूर्णागिरि का धाम
चम्पावत जनपद के टनकपुर कस्बे से 24 किमी दूर अन्नपूर्णा चोटी पर मां का धाम बसा है। मां के 52 शक्तिपीठों में एक पीठ यह भी है। माता सती की यहां पर नाभि गिरी थी। 1,632 में श्रीचंद तिवारी ने यहां पर मंदिर की स्थापना की और माता की विधिवत पूजा अर्चना शुरू की। मान्यता है कि सच्चे मन से धाम में जो भी अपनी मन्नत मांगता है उसकी मुराद पूरी होती है। किवदंती है कि जब सती ने अपने पिता दक्ष के यज्ञ में अपमानित होकर स्वयं को भस्म किया था तो भगवान शिव उनके पार्थिव शरीर को आकाश मार्ग से ले जा रहे थे तो अन्नपूर्णा चोटी पर जहां नाभि गिरी उस स्थल को पूर्णागिरि शक्तिपीठ के रूप में पहचान मिली।

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