उत्तराखंड में अभी बारिश और सताने वाली है। प्रदेश के पहाड़ी जिलों में बारिश का कहर जारी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। पहाड़ों में भूस्खलन और चट्टान खिसने से जगह-जगह सड़के बाधित होने के कारण लोगों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं नदी-नालों के उफान पर आने से आसपास के लोग खौफजदा हैं। कई जगहों पर लोग उफनती नदियों को पार कर आवाजाही करने को मजबूर हैं।
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आज बुधवार को भी प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौमस विभाग की मानें तो कुमाऊं क्षेत्र के कहीं-कहीं इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश और गढ़वाल क्षेत्र के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसी के साथ कई जिलों में गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की भी संभावना है।
तीन दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले तीन दिन प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 17 सितंबर को भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कहीं-कहीं गर्जन के साथ तेज बौछारें और आकाशीय बिजली चमकने की आशंका है।
दस मोटर मार्गों बाधित
जौनसार-बावर में जगह-जगह भूस्खलन और मलबा सड़क पर आने से दस मोटर मार्गों बाधित हैं, जिस कारण आवाजाही पूरी तरह से ठप है। कई सड़कों की सुरक्षा दीवार भी क्षतिग्रस्त हैं, जिससे काफी समय से आवागमन प्रभावित है। मार्गों पर आवागमन प्रभावित होने से जगह-जगह उपज से भरे वाहन फंसे होने से किसान परेशान हैं।