Dehradun: उत्तराखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि “जहां तक प्रत्याशियों की बात है, तीन प्रत्याशा हमारे घोषित हो चुके हैं, सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक हो चुकी है, मुझे लगता है कि सांय काल तक बाकी दो सीटों हरिद्वार और पौड़ी की जो सीट है, उसकी भी घोषणा हो जाएगी और कार्यकर्ता उत्साहित हैं। हमारे जो घोषित प्रत्याशी है, उनका क्षेत्र में जाना हो चुका है, वो अपने कार्यक्रमों के द्वारा और पार्टी के द्वारा हम लोग उनके कार्यक्रम तय कर रहे हैं। अभी राजनेताओं की सभाओं के कार्यक्रम भी हम लोगों की तरफ से बनेंगे, तो सब प्रकार से पार्टी इस बार हैट्रिक को प्रचंड बहुमत के साथ बनाने को तैयार है।”
इसके साथ ही बोला कि “ये पहली बार हो रहा है, इस राज्य में उत्तराखंड देवभूमि है। जहां तक मैं कह रहा हूं कि पहली बार हो रहा है कि जनता का समर्थन बढ़ रहा है। यही कारण है कि जिन कार्यक्रमों को लेकर हम जनता के बीच गए, माननीय मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम जो हर जिला स्तर पर हो रहे हैं, तो आप देख रहे हो कि बड़ी संख्या में जन समर्थन हमको प्राप्त हो रहा है। खासकर महिलाओं की दृष्टि से मैं अगर कहूं तो जितने काम हैं, चाहे वो राज्य सरकार हो या सेंट्रल गवर्नमेंट हो, हमने बहनों का, उनके संवर्धन के लिए, आर्थिक दृष्टिकोण से जो कार्यक्रम लिए हैं, उसके लिए बहुत बड़ा जनसमर्थन हमको प्राप्त हो रहा है।”
उन्होंने कहा कि “देखिए पांच लाख वोटों से हर विधानसभा जीतना हमारा लक्ष्य है। और मैं जानता हूं, आज दूसरे दलों के जनप्रतिनिधियों पर भी जनता का प्रेशर है कि जनता मोदी और धामी का विरोध सुनने की स्थिति में नहीं है और जब भी कोई जनप्रतिनिधि उनके खिलाफ बोलता है तो जनता उनको मुंहतोड़ जवाब देती है। यही कारण कि जो दूसरे दलों के जनप्रतिनिधि हैं उनको भी लगता है कि मुझे मोदी जी के साथ खड़ा होना चाहिए। देश के विकास में उनका भी योगदान हो, इस नाते लोग आ रहे हैं और ये बात मैंने इसलिए कही कि अनेको राज्यों में दूसरे दलों के सिटिंग एमएलए रिजाइन करके आ रहे हैं, और उत्तराखंड में कांग्रेस के सीमित संख्या में विधायक हैं, सत्ता तो दूर-दूर तक उनकी कल्पना में भी नहीं है, तो मैंने कहा कि उनके विधायक जो अच्छे लोग है, मोदी जी के विकास के इस मॉडल को सहयोग करना चाहते हैं, समर्थन देना चाहते हैं तो ऐसे लोगों को आना चाहिए।”
महेंद्र भट्ट ने कहा कि “अब जब अरेस्टिंग का सवाल है, न्याय तो न्यायालय देगा भाई, इसे इश्यू क्यों बनाया जा रहा है। मैं कहता हूं कि अंकिता भंडारी के संदर्भ में जितनी कठोर कार्रवाई सरकार द्वारा की गई है, उसके संदर्भ में मुझे कुछ बोलने की जरूरत रहती नहीं है। अब ठीक है, माता-पिता का भाव जानता हूं, वो चाहते हैं कि अपराधी को सजा मिले, फांसी की सजा मिले, उम्रकैद की सजा मिले, ये माता-पिता का पक्ष हो सकता है। और माता-पिता ही नहीं, हम सब चाहते हैं, अपराधी को ढूंढकर सजा मिलनी चाहिए, लेकिन सजा क्या धरना देकर होगी, सजा रोज नए-नए नाम लेकर होगी, किसी के पास कोई तथ्य है तो तथ्य न्यायालय को देना चाहिए, कौन मना कर रहा है। उनके मां-बाप का कोई विषय है, कोई अपोजीशन या कांग्रेस का है तो न्यायालय है, न्यायालय में आप रखिए। आप कहते हैं कि आपने साक्ष्य मिटाने का काम किया है, साक्ष्य मिटाने का काम तब होता है, जब अरेस्टिंग न हुई हो, हमने बंद किए हैं लोग जेलों की सलाखों में, जो जांच एजेंसियां हैं वो जांच भी कर रही हैं, पूछताछ भी कर रही हैं, अनेकों चीजें हो रही हैं, समय आने पर उसको सजा भी मिलेगी लेकिन आज उसको राजनीतिक इश्यू बनाकर कांग्रेस केवल और केवल उस बिटिया को अपमानित कर रही है।”