Dehradun: सुरंग रेस्क्यू के बीच पूर्व सीएम हरीश रावत का तीखा वार

Dehradun: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड के लोग सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। हरीश रावत ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे श्रमिक राज्य के विकास के लिए आए हैं, ऐसे में उनका जीवन बचाना उत्तराखंड के लोगों का फर्ज है।

हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने सीएम धामी को टनल से जुड़ी परियोजनाओं में ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी है क्योंकि उत्तराखंड एक नाजुक क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि ऐसी अफवाहें हैं कि सुरंग परियोजना उत्तराखंड के विकास को बढ़ावा देगी, लेकिन ऐसा नहीं है। हरीश रावत ने कहा कि मुख्य जिम्मेदारी राज्य की ईकोलॉजी की रक्षा करना है।

देर शाम मलबे के माध्यम से स्टील के पाइपों की ड्रिलिंग में उस समय बाधा आ गई जब लोहे की कुछ छड़ें ऑगर मशीन के रास्ते में आ गईं। हालांकि, अधिकारियों को उम्मीद है कि बचाव अभियान गुरुवार सुबह आठ बजे तक पूरा हो जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि “हम सब लोगों के, सारे उत्तराखंड के लोगों के, जिसमें सत्ता और विपक्ष सब लोग सम्मलित हैं, हाथ जुड़े हुए हैं, वो श्रमिक हमारे राज्य के विकास के लिए आए हैं, उनका जीवन बचाना हमारा फर्ज है।”

उन्होंने कहा कि “वहीं पर टनल बनाई जानी चाहिए जहां टनल बहुत सेफ है, ईकोलॉजिकली लेस हार्मफुल हो, और बेनिफिट बहुत ज्यादा हों। अभी जितनी बड़ी-बड़ी टनल बनाई जा रही हैं, मैं रेलवे प्रोजेक्ट जो है ऋषिकेश-कर्णप्रयाग, कांग्रेस के समय में शुरू हुआ था राष्ट्रीय प्रोजेक्ट के रूप में, लेकिन तब टनल की बात इतनी अंधा-धुंध नहीं थी, आज टनल में आप पूरी ट्रेन गुजार रहे हैं,उसी तरह से आज ऐसा लग रहा है जैसे- ओम टनल देवाय नम: कह रहा हो। हम शिव का उच्चारण करने के बजाय, शिवभक्ति के बजाय टनल भक्ति में लगे हुए हैं। मैं इसका बहुत हामी नहीं हूं। मैं इस विषय में सावधानीपूर्वक कदम उठाने का हामी हूं।”

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