Dehradun: रिलायंस ज्वैलर्स में हुई डकैती के मामले में दून पुलिस के हाथ 11 दिन बाद भी खाली है देहरादून पुलिस ने भले ही डकैतों को सहयोग करने वाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया हो। लेकिन इसके बावजूद भी पांचों डकैतों समेत माल को बरामद करने में नाकाम रही है.
आलम यह है कि घटना के 11 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार ने कोई ठोस एक्शन नहीं लिया और ना ही कोई लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई हुई। ऐसे में विपक्ष लगातार सरकार और पुलिस व्यवस्था की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है।सुरक्षा के बड़े-बड़े दावों को खोखला बता रहा है। हालांकि भाजपा अपने सरकार का बचाव करते हुए घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी और माल बारामती की ढाढ़स दे रही है आपको बता दे कि 9 नवम्बर को देहरादून के राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शॉप में दिनदहाड़े सुबह 10:00 बजे पांच हथियारबंद बदमाशों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया ऐसे में दुकान में मौजूद कर्मचारियों समेत चार खरीदारों को भी बंधक बना रखा था।
घटना के दिन ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देहरादून में मौजूद थी और ऐसे में इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री समेत तमाम पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी मौजूद थे इसके बावजूद हथियारबन्द बदमाशों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया और इसी शहर के चकाचौंक सुरक्षाओं के बीच शहर से फरार भी हो गए बरहाल पूरे मामले में केवल पुलिस दो आरोपियों को चिन्हित कर पाई है और गैंग का पता लगा पाई है।
पता चला है कि बिहार के बड़े गैंग ने महाराष्ट्र पश्चिम बंगाल मध्य प्रदेश में 20 से अधिक लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम दे चुकी है। जिसमें किसी भी घटना में आरोपियों को पकड़ नहीं गया है ना ही माल बरामद हुआ है यह शातिर तरीके से पूरी रणनीति के साथ लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम देते है। ऐसे में देहरादून पुलिस के लिए इस घटना में शामिल डकैत और लुटे गए माल को बरामद करना एक बड़ी चुनौती रहेगी।