जोशीमठ में दरकते आशियाने-धंसती जमीन, दहशत में लोग, सर्द रातों में रैन बसेरों में रहने को मजबूर

जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव से हाहाकार मचा है। शहर में जमीन धंसने के कारण मकानोंदुकानों,होटलों की दीवारों और खेतों में भी दरारें पड़ गई है। ऐसे 561 घर चिन्हित किए जा चुके हैं जिनमें दरारें आई हैं। वहीं 38 परिवारों ने अपने घर छोड़ दिए हैं और सर्द रातों में अपने बच्चों के साथ रैन बसेरों में रहने को मजबूर हैं। रैन बसेरों में रह रहे लोग निराश और हताश हैं।

सीएम धामी ने आज बुलाई उच्चस्तरीय बैठक

वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज उच्चस्तरीय बैठक करेंगे। राज्य सचिवालय में होने वाली माना जा रहा है कि बैठक में जोशीमठ के आपदा प्रबंधन के रोडमैप पर चर्चा हो सकती है। इसके साथ ही बैठक में प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और नगर के पुनरोद्धार कार्ययोजना पर बड़े निर्णय हो सकते हैं। बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधुआपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारीचमोली के डीएमगढ़वाल के आयुक्तसिंचाईलोनिविवित्त विभाग से जुड़े अधिकारी उपस्थित रहेंगे। फैसले लेने के बाद मुख्यमंत्री शनिवार को सीएम धामी भी जोशीमठ का दौरा करेंगे और भू धंसाव प्रभावित इलाकों का जायजा लेंगे। इसके साथ ही सीएम वहां भेजे गए विशेषज्ञ दलजिला प्रशासन और जोशीमठ बचाओ अभियान से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री प्रभावित इलाकों का दौरा भी करेंगे और प्रभावित परिवारों से भी मिलेंगे।

बता दें कि गुरुवार को मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा को एक विशेषज्ञ दल गठित कर प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर अध्ययन करने के निर्देश दिए थे। विशेषज्ञ दल जोशीमठ पहुंच गया है। सूत्रों के अनुसारमुख्यमंत्री ने जोशीमठ के संबंध में अधिकारियों के रिपोर्ट ली। अब शुक्रवार को उन्होंने इस मुद्दे पर बैठक बुलाई है।

 

 

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