नमिता बिष्ट
राज्य में सर्दी और कोहरे का सितम लगातार जारी है। मैदान से लेकर पहाड़ तक तापमान गिरने से जबरदस्त ठंड का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सामान्य जनजीवन के साथ वन्यजीवों पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है। जिस को देखते हुए देहरादून जू में रखे गए वन्य जीवों के लिए जू प्रशासन ने भी विशेष इंतजाम किए है, ताकि वन्यजीवों को कड़ाके की ठंड से बचाया जा सके।
वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए विशेष प्रबंध
देहरादून में मालसी स्थित चिड़ियाघर में वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए उनके खानपान के मेन्यू में बदलाव किया गया है। साथ ही हीटर से उनके बाड़ों के तापमान को नियंत्रित किया जा रहा है। इसके अलावा बाड़ों के ऊपर पराली और जमीन पर कंबल बिछाए गए हैं। वहीं बाड़ों में थर्मामीटर भी लगाए गए हैं ताकि बाड़ों के तापमान की पल-पल की जानकारी रखी जा रही है।
मकाऊ की डाइट में ड्राई फ्रूट
चिड़ियाघर में सबसे अलग डाइट मकाऊ की है। यहां दो मकाऊ हैं, जिन्हें खाने में अखरोट, काजू आदि ड्राई फ्रूट दिए जाते हैं। बता दें कि दक्षिण अमेरिका के जंगलों में पाए जाने वाले लाल और नीले रंग के मकाऊ तोतों की प्रजातियों में सबसे बड़े तोते हैं। ये मनुष्य की आवाज की हूबहू नकल कर सकते हैं। इनका वजन दो किलो तक होता है। मकाऊ सूरज की पहली किरण के साथ ही उठ जाते हैं और चिल्लाना शुरू करते हैं। इनकी चोंच बहुत कठोर होती है।
हिरनों को पिलाया जा रहा अजवाइन-हींग का पानी
वहीं हिरनों को अजवाइन और हींग मिला पानी उबालकर दिया जा रहा है। जो जानवर अंडे खा सकते हैं, उन्हें सुबह-शाम खाने में अंडे दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही पशु-पक्षियों के बाड़े को गर्म रखने के लिए छत पर पराली डाली गई है।
ठंड से बचाने के लिए परोसा जा रहा गुड़
देहरादून जू के वन क्षेत्राधिकारी मोहन सिंह रावत ने बताया कि ठंड को देखते हुए हिरनों की डाइट में गुड़ शामिल किया गया है, जिससे उनका शरीर अंदर से गर्म रहे। गुड़ की तासीर गर्म होती है और हिरन इसे आसानी से खा भी लेते हैं।
सांपों के बाड़े में खास इंतजाम
बता दें कि शीतकाल में सांप सुप्तावस्था में रहना पसंद करते हैं। ठंड से बचाने के लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने सांपों के बाड़े में कंबल के साथ बोरी के भीतर लकड़ी का बुरादा भरकर रखा है, जिससे सांपों को रहने के लिए उचित तापमान मिल सके। ठंड से बचने के लिए सांप दिनभर कंबल और बुरादे के बीच छिपे रहते हैं।
मालसी जू एक प्रमुख वन्यजीव प्रेमियों का आकर्षण
बता दें कि देहरादून में राजाजी राष्ट्रीय पार्क के बाद मालसी डियर पार्क एक प्रमुख वन्यजीव प्रेमियों का आकर्षण है। 22 एकड़ में फैला हुआ यह डियर पार्क परिवार और बच्चों के लिए सबसे शानदार जगहों में से एक है। देश भर से भी पर्यटक जानवरों की कई प्रजातियों को देखने के लिए इस पार्क में आते हैं।
जू में हैं डियर के अलावा ये वन्यजीव
इस पार्क के अंदर डियर के अलावा चीतल, काकड़, घुरल, सांभर, गुलदार, जंगली मुर्गा, उल्लू, तोता, बाज, बाजीगर, कछुआ, मोर, लवबर्ड, कॉकटील, आस्ट्रिच, सुनहरा तीतर, चांदी तीतर, अफ्रीकन ग्रे पैरट, संकनूर, ईमू, मकाऊ, कलीज फीजेंट, लेडी एमहरेस्ट फीजेंट, मगरमच्छ, गिद्ध, प्लम हेडेड पैराकीट जैसे जानवर और पक्षी दिखाई देते है।