Varanasi: वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम का दिसंबर 2021 में उद्घाटन होने के बाद से अब तक 13 करोड़ से अधिक श्रद्धालु यहां दर्शन कर चुके हैं। देशभर से आने वाले सैलानियों की बढ़ती संख्या ने मंदिर प्रबंधन को दर्शन की प्रक्रिया को आसान करने के लिए खास इंतजाम करने को मजबूर कर दिया है।
वाराणसी के लोगों की शिकायत के बाद मंदिर ट्रस्ट उनके लिए हर दिन कुछ घंटों के लिए एक एंट्री गेट रिजर्व करने की योजना बना रहा है। हर दिन लाखों श्रद्धालु मंदिर में आते हैं। वाराणसी के लोगों ने बताया कि ऐसे में बाबा विश्वनाथ की एक झलक पाना उनके लिए कितना मुश्किल हो गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर को वाराणसी के गंगा घाटों से जोड़ने वाले काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। वाराणसी डिवीजन डिवीजनल कमिश्नर का कहन है कि “श्रद्धालुओं की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। कई बार तो दर्शनार्थी पांच से आठ लाख भी प्रतिदिन हो जाते हैं। उन दिनों में विशेष रुप से काशीवासियों को दिक्कत होती है। उसी के लिए व्यवस्था लागू करने के ऊपर प्रयास चल रहा है कि काशीवासियों के लिए प्रतिदिन कुछ घंटे के लिए कुछ गेट रिजर्व कर दिए जाए ताकि इस माध्यम से उन्हें दर्शन सुगम हो सके और बिना किसी पास या बिना किसी वीआईपी प्रोटोकॉल के वे सीधे दर्शन कर सके। साथ ही उनके घर में आने वाले रिश्तेदार या अन्य प्रकार के लोगों को भी ले जाकर वो लोग दर्शन कर सकें तो इस प्रकार की व्यवस्था के लिए सुरक्षा, सीआरपीएफ, मंदिर प्रशासन तीनों मिलकर काम कर रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि “मुख्य रुप से देखिए श्रद्धालुओं के आने के पीछे मैं समझता हूं कोई मानवीय कारण हो उससे बड़ा कारण महादेव स्वयं होते हैं क्योंकि आप ना तो जबरदस्ती किसी को घर से उठा कर ला सकते हैं, ना किसी को आप धूप में लाइन लगवाकर दर्शन करने को विवश कर सकते हैं। ये तो महादेव के प्रति भक्तों की श्रद्धा है, महादेव की प्रेरणा है जिसकी वजह से लोग आते हैं यहां पर।