Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती शहर में कुम्हार त्योहारी सीजन के दौरान ऑर्डर ज्यादा होने की वजह से दिवाली के दौरान बिक्री के लिए दिये तैयार करने में जुटे हैं।
दिए बनाने वालों के मुताबिक बाजारों में इलेक्ट्रॉनिक लाइटों की भरमार होने के बावजूद इस साल मिट्टी के दियों की मांग बढ़ गई है।
पॉटर का कहना है कि “कम से कम नहीं कुछ तो 10-20 हजार से ऊपर ही होगा, नीचे नहीं होगा। मिट्टी का दिया ही शुभ माना गया है। मिट्टी का दिया जब तक नहीं जलेगा, तब तक शुभ नहीं माना जाएगा। व्यापार तो हम यही चाहते हैं कि जब जब दिवाली आए साल भर का त्योहार होता है, यही चीज बिक पाती है, और कोई चीज दूसरा वही नहीं है।”
हालांकि, बढ़ती मांग के बावजूद उनका कहना है कि वे जो कमाते हैं, उससे उनके परिवार मुश्किल से ही चल पाते हैं, इसके साथ ही कहा कि बस इससे परिवार से जीते हैं और किसी से कर्जा नहीं मांगना पड़ता है। 10-20-50 जो मिल गया, खाए, करें, भूखे नहीं मरते हैं। पेट जीते हैं, मेहनत करते हैं हम, पूरा परिवार मिलकर इस मिट्टी में। खाली पेट जीयत है हम लोगन का।”
Uttar Pradesh:
उन्होंने कहा कि “बनाए का मौका मिल गया है, और अबकी हो सकता है कि हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा बिक्री हो जाए तो कुछ कमाई भी हो जाए। कमाई 70-80 रुपये सैकड़ा बिक जाएगा। जैसे-जैसे दिवाली नजदीक आ रही है, कुम्हारों को उम्मीद है कि उत्सव के लिए ज्यादा लोग मिट्टी के दिये खरीदेंगे।”