UP News: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में मौजूद सलखन फॉसिल पार्क यानी जीवाश्वम पार्क, यूनेस्को की तरफ से जल्द ही विश्व धरोहर स्थल घोषित होने वाला है। पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय इस पार्क को वैश्विक धरोहरों की सूची में शामिल कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
यहां लगभग 140 करोड़ साल पुराने जीवाश्म मौजूद हैं, जिसे देखने के लिए दुनिया भर से जीवाश्म विज्ञानी और सैलानी सलखन फॉसिल पार्क आते हैं। पार्क को पर्यटन स्थल बनाने के लिए एक एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। साथ ही उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर लाने और विजिटर्स को आकर्षित करने के लिए बुनियादी ढांचे को विकसित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी चंद्रविजय सिंह ने बताया कि “सोनभद्र में सलखन फॉसिल पार्क जो है, वो येलो नेशनल पार्क के बाद दूसरे नंबर पर एरिया के हिसाब से फॉसिल पार्क के रूप में पूरे प्रदेश, पूरे विश्व में जाना जाता है। और ये लगभग 165 करोड़ साल पुराना है, यहां के जो फॉसिल हैं। और बहुत सारे साइंटिस्ट वगैरह ने इसकी जांच भी की है। और ये पूरे भारतवर्ष में सबसे पुराना है और पूरे भारतवर्ष की पहचान विश्व के स्तर पर दिलाता है। और जाहिर सी बात है कि इसी वजह से सलखन फॉसिल पार्क जो है उसको वर्ल्ड हैरिटेज साइट्स के रूप में, उसकी जो लिस्ट है उसमें सम्मिलित करने का निर्णय लिया गया है।”
सैलानियों का कहना है कि “यह कहा तो जाता है, ज्योलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया क्लेम करता है और यूनाइटेड स्टेट की जो ज्योलॉजिकल कांग्रेस है वो भी क्लेम करती है कि 160 करोड़ साल पुराना है। यानी की यह स्टोनिस नहीं, प्री-कैंब्रियन, कैंब्रियन से भी पहले प्री-कैंब्रियन एरा का ये फॉसिल है और यहां पर स्टोमोलाइन और एल्गी, वो हम पता कर सकते हैं कि कैसे जब कॉटिनेंट्स नहीं बनी थीं. जब यहां पर सिर्फ समुद्र था, उसके बाद जब एवोल्यूशन कैसे हुआ, लाइफ का ये हमें यहां देखने से पता चलता है।”