Mathura: जन्माष्टमी का त्योहार नजदीक आने के साथ उत्तर प्रदेश में मथुरा और वृंदावन में कारीगर भगवान कृष्ण के कपड़े बनाने में जुटे हैं, खास बात ये है कि कपड़े बनाने वाले कई कारीगर मुस्लिम समुदाय के भी हैं। उनके परिवार पीढ़ियों से ये काम करते आ रहे हैं।
कारीगरों का कहना है कि वे अपनी धार्मिक पहचान की परवाह किए बिना पूरी लगन और निष्ठा से ये काम कर रहे हैं, वृंदावन के बाजार कान्हा जी के लिए कपड़ों, गहनों और सजावटी सामानों से भरे हुए हैं। यहां दूर-दूर से खरीदार पहुंच रहे हैं।
कपड़े तैयार करने वाले कारीगरों का कहना है कि अच्छी बिक्री की उम्मीद से वे दो महीने पहले से ही काम शुरू कर देते हैं, जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्म का त्योहार है। ये त्योहार सोमवार, 26 अगस्त को मनाया जाएगा। कारीगरों का कहना है कि “यह ठाकुर जी की पोशाक है, जन्माष्टमी पर ज्यादातर लोग नई पोशाक पहनाते हैं ठाकुर जी को और ज्यादा से ज्यादा बनती हैं पोशाकें और हम लोग जो हैं बहुत दिल से काम करते हैं इसको और मन से बड़े ध्यान से काम करते हैं इसका और ठाकुर जी में श्रद्धा भी है हमारी, मुस्लिम समाज से हैं, लेकिन इससे कोई मतलब नहीं है। ये दिल से हम इस काम को करते हैं।”
इसके साथ ही कहा कि “लगभग 10 साल हो गए हमें यहां पर काम करते करते वृंदावन में, हमें तो काम करना है और ठाकुर जी का काम करते हैं। राधा जी का करते हैं, सबका बनाते हैं, हनुमान जी का भी बनाते हैं, कोई ऐसी बात नहीं है काम में कोई चोरी नहीं है और काम दिल और मेहनत से करना चाहिए, कोई ऐसी परेशानी नहीं है और ये जन्माष्टमी का त्योहार चल रहा है और इसमें बहुत अच्छा सीजन चलता है और दिल से बहुत काम होता है और काफी देर तक भी काम करते हैं।