Mahakumbh: उत्तर प्रदेश सरकार प्रयागराज में अगले साल होने वाले महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शहर में कनेक्टिविटी बेहतर बनाने पर जोर दे रही है, इसके लिए उसने कई खास प्रोजेक्ट शुरू किए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक महाकुंभ मेले के दौरान ट्रैफिक के बेहतर इंतजामों और श्रद्धालुओं की आरामदेह यात्रा के लिए कुल सात खास रूटों की पहचान कर उन्हें डेवलप किया गया है। इसके अलावा प्रशासन महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को आसानी से घाटों तक पहुंचाने के लिए गंगा नदी के दोनों किनारों पर और शहर के भीतर परमानेंट रिवर फ्रंट रोड बना रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक गंगा नदी के किनारे सड़क बनाने की शुरुआती डेडलाइन 30 अक्टूबर थी। लेकिन, इलाके में हाल ही में आई बाढ़ की वजह से काम में देरी हुई। सड़क बनाने का काम पूरा करने की नई डेडलाइन 15 नवंबर है, हर 12 साल में होने वाला महाकुंभ प्रयागराज में अगले साल 14 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा।
उप-मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने कहा कि “शहर को अप्रोच करने वाले एनएच पर बड़ा काम हो रहा है, जैसे लखनऊ-प्रयागराज, रायबरेली-लखनऊ का जो हमारा एनएच का है उसमें स्ट्रेंगथनिंग आप देख ही रहे होंगे। वो हम लोग करने की उसमें हैं कर ही लेंगे। इसके बाद इधर मिर्जापुर वाला रोड ठीक हो गया है।”
इसके साथ ही कहा कि “रिवर फ्रंट रोड का गंगा जी के दोनों तरफ निर्माण कर रहे हैं। आज उसी साइड में भी और शहर के क्षेत्र में भी ये नागवासुकी से लेकर शहर का जो एरिया है वो नागवासुकी से लेकर फाफामऊ रसूलाबाद घाट तक जाएगा और जो दूसरी सड़क है वो पूरे से इधर छतनाग तक है। कुल लंबाई इसकी 15 किलोमीटर तक है और करीबन इसका 200 करोड़ के आसपास का बजय अनुमानित है और इसका कार्य बाढ़ से पूर्व ही संपादित कराया गया था। काफी कार्य इसका हो गया था।”