Magh Mela: प्रयागराज में संगम किनारे माघ मेले की शुरुआत हो गई है। मकर संक्रांति के मौके पर लाखों श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई, गंगा स्नान के बाद श्रद्धालु अपने-अपने तरीके से सूर्य को अर्घ्य देते नजर आए।
प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए खास इंतजाम किए गए हैं, मेले में सुरक्षा और भीड़ को संभालने के लिहाज से 14 पुलिस स्टेशन और 41 पुलिस चौकियां काम कर रही हैं, पूरे मेले को छह सेक्टरों में बांटा गया है। हजारों वॉलेंटियर और सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
मकर संक्राति से शुरू हुआ 54 दिन का माघ मेला आठ मार्च को महाशिवरात्रि के मौके पर खत्म होगा, मेले में सात करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। आयुक्त ने बताया कि “हम लोगों ने पूरी व्यवस्था चाक चौबंद कर दी है। करीब 3300 फीट की लंबाई का पूरा लंबे घाट हमारे आज यहां तैयार है और हर तरह की व्यवस्थाएं हैं घाटों में। चाहे बिजली की व्यवस्थाएं हो, चेंजिंग रूम की व्यवस्थाएं हो, सिक्योरिटी की व्यवस्थाएं हो, ट्रैफिक प्लान हो, टॉयलेट की व्यवस्थाएं हो हर चीज में हम लोग तैयार हैं। हम लोग यहां पर पूरा स्टॉफ चांक चौबंद हैं, सर्तक है। जिससे की श्रद्धालुओं जो यहां जो अनुभव हो वो अच्छा अनुभव रहे और अच्छी यादों को लेकर यहां से जा सके।
सुरक्षा को लेकर डी.आई.जी. ने कहा कि “पार्किंग की व्यवस्था माघ मेले क्षेत्र के अंदर सुनिश्चित की गई है जिससे श्रद्धालु को पैदल कम से कम चलता पड़े। जल में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं सारे स्नान घाटों पर संगम को मिलाकर सारे स्नान घाटों पर डीप वॉटर बैरिकेडिंग जाल लगाए गए हैं। साथ ही साथ जल में सुरक्षा के उद्देश्य से जल पुलिस को लगाया गया है। प्रशिक्षित गोताखोरों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा फ्लड कंपनी के जवान जो कुशल तैराक होते हैं उनका व्यवस्थापन डीप वॉटर बैरिकेडिंग और रीवर लाइन के साथ साथ किया गया है। एनडीआरएफ की टीम और एनडीआरएफ रेस्स्कू के परपस से लगातार जल में मौजूद हैं।”