Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भर्ती परीक्षा लीक में शामिल लोगों से सख्ती से निपटा जा रहा है, उनकी प्रॉपर्टी जब्त की जा रही है और उनके घरों पर छापे मारे जा रहे हैं। अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में चुने गए 39 एसडीएम, 41 डीएसपी और 16 कोषाध्यक्ष/लेखा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र देते हुए, आदित्यनाथ ने कहा कि चयन प्रक्रिया तय समय सीमा में पूरी की गई है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब सरकार ईमानदारी से काम करती है तो पूरे राज्य की धारणा बदल जाती है, कार्यक्रम में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव (नियुक्ति) डॉ. देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद भी मौजूद रहे।
सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि “आपने देखा होगा पूरी प्रक्रिया में पहली बार किसी आयोग या बोर्ड के द्वारा चयन की प्रक्रिया को एक समय सीमा के अंदर पूरा किया गया। नौ महीने के अंदर आपकी पूरी परीक्षा की प्रणाली और पूरे रिजल्ट को देने में मात्र नौ महीने के अंदर ही इस पूरी प्रक्रिया को संपन्न किया गया। न कोई सिफारिश, न कहीं से कोई हस्तक्षेप और जहां पर जिन लोगों ने परीक्षा की सुचिता पर कुछ भी उसमें घुसपैठ करने का प्रयास किया, वो लोग उसका खामियाजा भुगत भी रहे हैं। आपने देखा होगा कि उनकी सबकी प्रॉपर्टी भी जब्त हो रही है। उन सबके घरों में रेड पड़ रहा है। उन लोगों को पूरी तरीके से सरकार अपने शिकंजे में ले चुकी है और पहले तय कर चुकी है कि अगर किसी ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया तो सरकार उसके भविष्य के साथ जरूर खिलवाड़ करेगी और उतनी ही सख्ती के सात उनसे निपटने का काम भी कर रही है।”
इसके साथ ही कहा कि “खासतौर पर अधिकारी संवर्ग में दोनों-तीनों प्रकार की जो कैटेगरी यहां बैठी हुई है, उन सबसे मैं यही कहूंगा आपके पास अपनी सेवा के माध्यम से जनता-जनार्दन की दुआ लेने का भी अवसर होता है और बद्दुआ लेने का भी पूरा अवसर होता है। आपको तय करना होता है कि आप अपने इस पीरियड को पूरा जो एक कार्यकाल होगा आपका, 30 वर्ष का, 35 वर्ष का, इस 30-35 वर्ष का कार्यकाल आप दुआ लेने के लिए और आगे के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए करना चाहते हैं हैं या बद्दुआ लेने के लिए करना चाहते हैं।”