प्रयागराज. धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर का शोर कम करने और सार्वजनिक स्थलों पर धार्मिक आयोजन पर पाबंदी लगाये जाने के सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश का असर हो रहा है. रमजान माह के आखिरी शुक्रवार को होने वाले जमात उल विदा यानी अलविदा जुमा की नमाज इस बार सड़कों पर नहीं पढ़ी जाएगी. सीएम योगी के निर्देशों के बाद पुलिस प्रशासन की सेंट्रल पीस कमेटी के साथ हुई बैठक के बाद जामा मस्जिद के इमाम मौलाना सैयद मोहम्मद रईस अख्तर हबीबी ने लोगों से अपील जारी की है. उन्होंने कहा है कि इस साल स्थानीय प्रशासन ने सार्वजनिक स्थल पर अलविदा नमाज़ पर रोक लगाई है.मस्जिद इंतजामिया कमेटी के प्रयासों के बावजूद सड़क पर अलविदा जुमा की नमाज की इजाजत नहीं मिली है. हालांकि जामा मस्जिद के इमाम ने अपील में कहा है कि पिछले कई वर्षों से चौक, जामा मस्जिद, ठठेरी बाजार, राजापट्टी फल मंडी घंटा घर होते हुए सड़कों पर भी अलविदा जुमा की नमाज अदा होती. लेकिन इस बार इजाजत न मिलने से सिर्फ जामा मस्जिद के अंदर ही नमाज अदा की जाएगी. उन्होंने नमाजियों से अपील की है कि नमाज अपने मोहल्ले की मस्जिदों में ही अदा कर लें. उनकी इस अपील का असर भी हो रहा है लोगों ने अपने मोहल्ले की मस्जिदों में नमाज पढ़ना तय किया है.