Gonda: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में पिछले कुछ हफ्तों से घाघरा नदी उफान पर है, 24 से ज्यादा गांव पानी में डूबे हुए हैं। इलाके में स्कूल, घर और दूसरी इमारतें बाढ़ की चपेट में हैं। यहां तक की खेतों का बड़ा हिस्सा कमर तक पानी में डूबा हुआ है।
जिला मजिस्ट्रेट ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जबकि लोगों की शिकायत है कि प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है। इलाके का मुआयना करते वक्त जिलााधिकारी ने बाढ़ से प्रभावित किसानों को मदद देने का भरोसा जताया।
डीएम ने लोगों को खाने के पैकेज बांटे। साथ ही बीमार लोगों को मेडिकल ट्रीटमेंट भी उपलब्ध कराया, अधिकारियों के मुताबिक बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए 200 से ज्यादा नाव तैनात की गई है। इसके अलावा जिला प्रशासन ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने का निर्देश दिया है।
डीएम नेहा शर्मा “घाघरा तट पर जो गांव है। उसमें कुछ जगह बाढ़ की स्थिति बनी है और जैसा की अभी हम लोगों ने एक नाव के माध्यम से पूरा सर्वे भी किया है। हम लोग सर्वे करते हुए आएं है और जिस प्वाइंट पर मैं खड़ी हूं। घाघर और जवाहर नगर ये दोनों ही गांव जो हैं एक रोड़ तक जाने से उनकी स्थिति जो है, लेकिन निश्चित जो राहत सामग्री और अन्य जो सुविधाएं उपलब्ध हों, और हम लगातार संवाद कर रहे हैं।”