Gokul: गोकुल में छड़ी मार होली की धूम, देश-विदेश से पहुंचे सैलानी

Gokul:  मथुरा और वृंदावन का जुड़वां शहर उत्तर प्रदेश के ब्रज में पड़ते हैं। यहां की होली दुनिया भर में मशहूर है, यहां 40 दिन तक होली मनाई जाती है, त्योहार की शुरुआत वसंत पंचमी के दिन से होती है, जो होली के दिन तक चलती है। माना जाता है कि मथुरा जिले में पड़ने वाले गोकुल में भगवान श्री कृष्ण का बचपन बीता था। यहां की ‘छड़ी मार होली’ मशहूर है।

छड़ी मार होली में महिलाएं चंचलता के साथ धीरे-धीरे पुरुषों पर छड़ियों से वार करती हैं, यह परंपरा भगवान श्री कृष्ण की एक कहानी से जुड़ी है। बचपन में वे राधा और उनकी सहेलियों को पानी लाने पर परेशान करते थे। उन्हें छोटी टहनियों से पीट कर भगाया जाता था। उसी समय से होली के दौरान ये परंपरा निभाई जा रही है।

हर साल गोकुल के पुरुष, महिलाएं और बच्चे छड़ी मार होली का बेसब्री से इंतजार करते हैं। गीत, नृत्य, चंचल हंसी-मजाक और रंगों के बीच छड़ीमार होली पूरे दिन मनाई जाती है, इस अनोखे त्योहार का लुत्फ उठाने हर साल देश-विदेश से करोड़ों सैलानी गोकुल पहुंचते हैं, कुछ दिनों बाद होली खत्म हो जाएगी, गोकुल के लोगों का कहना है कि वे अभी से अगले साल आने वाली होली का इंतजार कर रहे हैं।

छड़ी मार होली खेलने आए श्रद्धालुओ का कहना है कि “यहां का जो आनंद है, वो वैकुंठ में भी नहीं है। यहां जो आनंद है, वो कहीं नहीं मिलेगा आपको। यहां 40 दिन तक होली होती है। यहां की होली का सुख आपको कहीं नहीं मिलेगा। यहां राधा रानी और अपने गोपाल के लिए मैं पहली बार होली खेल रही हूं। यहां क्या है, छड़ी मार होली हो रही है।”

इसके साथ ही कहा कि “बहुत आनंद आ रहा है। हमारे ब्रज में बड़े उत्सव से, गोकुल में होली मनाई जाती है और द्वापर युग से परंपरा है गोकुल में होली मनाने की। क्योंकि यहां गोपियां जल भरने आती थीं, पेड़-पौधों की जो टहनियां हैं, उनको तोड़ के गोपियां भगवान के पीछे भागती थीं। भगवान छोटे हैं, इसलिए धीमे-धीमे मारती हैं। छड़ी मार होली वही खेली जाती है।”

श्रद्धालुओ का कहना है कि “हम लोग तैयार होके इस होली के लिए बहुत दिनों से इंतजार सा रहता है, कि कब छड़ी मार आएगी, हम लोग खेलेंगे और भगवान के यहां खेल के बहुत ही आनंद आता है। छोटी-छोटी छड़ियों से खेलते हैं। क्योंकि हमारे भगवान जो थे, बाल स्वरूप में थे। और बाल स्वरूप में हम छोटी छड़ियों से ही होली खेलते हैं।”

 

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