Election: केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपी की लोकसभा सांसद स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रही है क्योंकि वो इस लोकसभा सीट से पिछला लोकसभा चुनाव हार गई थी।
उत्तरी चेन्नई लोकसभा सीट से बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार आर. सी. पॉल कनगराज के लिए स्मृति ईरानी ने प्रचार किया। मंच पर स्मृति ईरानी ने कहा कि अमेठी में आरएसएस या बीजेपी का होना अपने लिए समस्याएं बुलाने जैसा था, लेकिन फिर भी हमारे कार्यकर्ता काम करते रहे जिसके परिणामस्वरूप 2019 का चुनाव हुआ, हालांकि हम 2014 में चुनाव हार गए थे। हम हार गए लेकिन हम भागे नहीं और यही बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के बीच अंतर है।
उत्तरी चेन्नई लोकसभा सीट से एआईएडीएमके के उम्मीदवार रोयापुरम ‘मानो और डीएमके के उम्मीदवार कलानिधि वीरस्वामी हैं, बीजेपी ने उत्तरी चेन्नई सीट से पॉल कनकराज को मैदान में उतारा है। स्मृति ईरानी ने कहा कि “आज विनोद ने कहा कि हम डायनेस्टी पॉलिटिक्स से लड़ रहे हैं। मैं जिस क्षेत्र से हूं वहां डायनेस्टी पॉलिटिक्स क्या कर सकती है उसका उदाहरण दे सकती हूं।
उन्होंने कहा कि साल 2014 में जब मेरी पार्टी ने मुझसे कहा कि अमेठी से चुनाव लड़ना है तो चुनाव लड़ने के लिए मात्र 20 और 22 दिन थे, जब उस क्षेत्र में गए तो 60 परसेंट बूथ पर टेबल ही नहीं था आदमी ही नहीं था। कोई घर देने को, छत देने को तैयार नहीं होता था इतना डर था गांधी खानदान का और मैं तब गई जब केंद्र में सोनिया की सरकार थी और प्रदेश में समाजवादी की सरकार थी, लेकिन वर्षों वर्ष में उस क्षेत्र में उस लोकसभा सीट पर स्वयं सेवक होना संघ का अथवा भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता होना मतलब मुसीबतों को सामने से आमंत्रण देना था। फिर भी लोग डटे रहे और 2019 में परिणाम ये हुआ कि भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई। हम 2014 में हारे थे, लेकिन हम भागे नहीं और यही बीजेपी और कांग्रेस पार्टी में अंतर है।”