Barabanki: जेल अधिकारियों की मानवीय पहल के तहत उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में महिला कैदी आज जेल में ही करवा चौथ मनाएंगी। जेल अधीक्षक कुंदन कुमार ने कहा कि जेल में लगभग 65 महिला कैदी हैं, जिनमें से करीब 35 ऐसी महिलाएं हैं जिनके पति भी इसी जेल में बंद हैं।
उन्होंने कहा कि कई महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा है, इसलिए मानवीय नजरिए के तहत हमने काफी सहयोग करने का फैसला लिया है। उनके मुताबिक महिला कैदियों को करवा चौथ पर उसी जेल में बंद अपने पतियों से मिलने की इजाजत दी जाएगी। एक महिला कैदी ने कहा कि करवा चौथ के दिन पहले एक बार उन्हें दोपहर में उनके पति से मिलवाया जाता है और फिर शाम को जब व्रत तोड़ते हैं तब मिलवाया जाता है।
बता दें कि आज देश भर में बड़ी संख्या में विवाहित महिलाएं करवा चौथ मना रही हैं, यह हिंदुओं का ऐसा त्योहार है जो पति और पत्नी के बीच प्यार और विश्वास के बंधन को और मजबूत करता है। करवा चौथ के दिन पत्नियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए सूर्य निकलने से लेकर रात में चंद्रमा के दिखने तक व्रत रखती हैं।
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कैदियों का कहना है कि “जेल साहब पूरा सामान देते हैं। हम लोगों को पति से मिलाया जाता है शाम को और उसके बाद हम व्रत खोलते हैं। सारी सुविधाएं यहां पर जेलर साहब हम लोगों को देते हैं। सारा मतलब जितना पूजा का सामान होता है वो देते हैं। हम लोगों को एक बार पहले दोपहर में मिल वाते हैं और फिर शाम को मिलवाते हैं, जब व्रत हम लोग तोड़ते हैं तब मिलवाते हैं।”
जेल अधीक्षक कुंदन कुमार ने बताया कि “कुछ लगभ हमारे यहां 65 महिला बंदी हैं, जिनमें से करीब 35 ऐसी महिलाएं हैं जिनके पति भी इसी जेल में बंद हैं। तो उनमें कई महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा है, तो मानवीय दृष्टि को रखते हुए हमने काफी सहयोग करने का फैसला लिया है और ऐसी शासन और मुख्यालय की भी मंशा है।”