Ayodhya: अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह का अनुष्ठान रविवार को ‘अक्षत पूजा’ के साथ शुरू हुआ, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा कि मंदिर में ‘राम दरबार’ में हल्दी और देसी घी और लगभग 100 क्विंटल चावल के साथ ‘अक्षत’ या चावल पूजा की गई।
ट्रस्ट ने कहा कि ‘पूजित अक्षत’ या पूजित चावल 22 जनवरी से पहले विश्व हिंदू परिषद के लगभग 100 कार्यकर्ता देश भर के अलग-अलग मंदिरों में बांटेंगे, पीतल के बर्तन में रखे अक्षत को विश्व हिंदू परिषद की संगठनात्मक व्यवस्था के जरिए बांटा जाएगा। देशभर से भगवान राम के भक्त लाइव फीड के जरिए राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हो सकेंगे। ट्रस्ट के सदस्यों ने कहा कि इससे अयोध्या में सैलानियों का दबाव कम करने में मदद मिलेगी।
राम मंदिर ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने कहा कि “22 जनवरी को सूर्यास्त के बाद राम भक्त, हिन्दू समाज अपने घर के बाहरी दरवाजे पर पांच दीपक प्रज्वलित करें। देश के करोड़ों घरों के आंगन, करोड़ों घरों की चौखट, करोड़ों घरों की दरवाजे राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के कारण आनंद में दीप प्रज्वलित करके दीपोत्सव मनाएं।”
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वहीं विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने बताया कि “अक्षत लेकर जा रहे हैं हम लोग। तो इधर से जो अक्षत मिला है हमें। वो केरला में वापस जाने के टाइम उधर हमारे को रिसेप्शन करने के लिए व्यवस्था किया है। संत लोग रहेगा। हमारे कार्यकर्ता लोग और हिन्दू समाज के वशिष्ठ लोग भी रहेगा उधर। इसके साथ ही कहा कि “अब रामलला यहां प्रतिष्ठित होने वाले हैं अपने बाल रूप में। और उसकी तैयारियों की नियमित और उन तैयारियों को पूरे जम्मू कश्मीर, लद्दाख के सर्वत्र समाज में लेने के निमित्त हम यहां आए हैं। अक्षत लेकर के हम वहां जाएंगे। और हर राम भक्त के घर में हमने पहुंचना है। उन अक्षतों को लेकर के और उनको न्योता देने के लिए।”