उत्तराखंड में लंबे समय से बर्फबारी के इंतजार के बाद मौसम ने करवट बदल ली और चारों धामों में बीती देर रात से बर्फबारी हुई है। हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। देर रात केदारनाथ, बदरीनाथ, जोशीमठ, चमोली में बर्फबारी हुई। केदारनाथ में साल की पहली बर्फबारी हुई है। इसके साथ ही गंगोत्री धाम में भी रात को हिमपात होने बाद गंगोत्री धाम सफेद चादर से ढक गया है।
उत्तरकाशी के विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम सहित उपला टकनोर के झाला, सुखी, मुखवा, हर्षिल आदि क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से गंगोत्री धाम का नजारा अद्भुत और अलौकिक लग रहा है। वहीं स्थानीयों के चेहरे भी खिल उठे हैं। बर्फबारी न होने से पर्यटकों की संख्या भी कम हो रही थी, लेकिन लोगों को उम्मीद की अब इलाके में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। वहीं बारिश और बर्फबारी ना होने से काश्तकार काफी परेशान थे। वहीं अब देर से हुई बर्फबारी फसलों के लिए काफी लाभदायक मानी जा रही है।
ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के साथ साथ निचले हिस्सों में बूंदाबांदी हो रही है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने से हिमालयी क्षेत्रों के साथ ही पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ज्यादातर क्षेत्रों में तापमान में चार से आठ डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। मौसम विभाग ने 11 और 12 जनवरी के बाद हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का अनुमान जताया था। मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, चमोली पिथौरागढ़ जैसे ऊंचे इलाकों में हल्की फुल्की बर्फबारी की आंशका जताई थी। मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हुई है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार, आज भी प्रदेश में बादल छाये रह सकते हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा-बर्फबारी हो सकती है। मैदानों में सर्द हवाएं चलने से कंपकंपी बढ़ने की संभावना है।