New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने बुधवार को सीमा पार रेल परियोजनाओं का संयुक्त उद्घाटन किया। दोनों नेताओं ने अगरतला क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक परियोजना, खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन परियोजना और मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट परियोजना के यूनिट टू का उद्घाटन किया।
इस मौके बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने कहा, “इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का संयुक्त उद्घाटन हम दो मित्र देशों के बीच मजबूत दोस्ती और सहयोग को दर्शाता है।” उद्घाटन अखौरा-अगरतला क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक को “ऐतिहासिक” बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “यह उत्तर पूर्व राज्यों से बांग्लादेश तक पहला रेल लिंक है। इस लिंक के माध्यम से पूर्वोत्तर के राज्य भी बंदरगाहों से जुड़ जाएंगे। खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन ने मोंगला बंदरगाह को ढाका और कोलकाता व्यापार केंद्र से जोड़ दिया है।”
अधिकारियों ने कहा कि 15 किलोमीटर लंबा अगरतला-अखौरा क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक सीमा पार व्यापार को बढ़ावा देगा और ढाका के रास्ते अगरतला और कोलकाता के बीच यात्रा के समय को भी काफी कम करेगा। इस रेल लिंक का पांच किलोमीटर का हिस्सा भारत में जबकि 10 किलोमीटर का हिस्सा बांग्लादेश में आएगा, रेल लिंक में एक प्रमुख पुल और तीन छोटे पुल शामिल हैं।
अधिकारियों ने कहा कि अभी ट्रेन से अगरतला से कोलकाता पहुंचने में लगभग 31 घंटे लगते हैं, लेकिन इस रेल लिंक के बन जाने से ये सफर घटकर सिर्फ 10 घंटे रह जाएगा और भारतीय रेलवे ने परियोजना के काम में तेजी लाने के लिए अपने बजट से 153.84 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
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शेख हसीना ने कहा कि “मैं आज तीन परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जुड़कर बेहद खुश हूं। अखौरा-अगरतला क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक परियोजना, खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन परियोजना और मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट परियोजना के यूनिट टू का उद्घाटन हुआ। इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का संयुक्त उद्घाटन हम दो मित्र देशों के बीच मजबूत दोस्ती और सहयोग को दर्शाता है।”
नरेंद्र मोदी ने बताया कि “आज अखौरा-अगरतला क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक का उद्घाटन ऐतिहासिक है। ये उत्तर पूर्व राज्यों से बांग्लादेश तक पहला रेल लिंक है। मुक्ति संग्राम के समय से बांग्लादेश और त्रिपुरा के बीच मजबूत संबंध रहे हैं। इस लिंक के माध्यम से उत्तर पूर्वी राज्य जुड़ेंगे साथ ही ये बंदरगाहों से भी जुड़ जाएंगे। खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन बनाई जाएगी। रेलवे मार्ग के माध्यम से ये बंदरगाह ढाका और कोलकाता व्यापार केंद्र से जुड़ गए हैं। मुझे खुशी है कि हमने आज मैत्री सुपर थर्मल
पावर प्लांट परियोजना के यूनिट टू का उद्घाटन किया है। यह हमारे नौ साल के रिश्ते में एक नई कड़ी है। 2015 से 160 मेगावाट बिजली त्रिपुरा से बांग्लादेश जा रही है।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का सबसे बड़ा विकास भागीदार होने के नाते हमें बेहद गर्व महसूस होता है। पिछले नौ वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए बांग्लादेश को 10 अरब डॉलर दिए गए हैं। हमारी उपलब्धियों की सूची इतनी बड़ी है कि सब कुछ बताने के लिए एक दिन भी पर्याप्त नहीं है।”