Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में ‘ग्रैप टू’ का कराया जाएगा सख्ती से पालन

Delhi Pollution: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने अलग-अलग विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के संबंध में उन्होंने कहा कि ‘ग्रैप टू’ नियमों को सख्ती के साथ लागू करने को लेकर कई अहम फैसले लिये गये हैं।

गोपाल राय ने कहा कि “पहला निर्णय ये है कि नोडल डीसी और डीपीसीसी के अधिकारी 25 अक्टूबर को दिल्ली के सभी हॉटस्पॉट का दौरा करेंगे और अगर उन्हें लगता है कि वहां प्रचार की कमी है, तो वे ये सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा हो। दूसरा इन 13 हॉटस्पॉट के अलावा, ऐसे आठ स्थान हैं जहां एक्यूआई का स्तर बढ़ रहा है।जिसको लेकर विशेष टीमें बनाने के निर्देश दिए गए हैं जो उन स्थानों का दौरा करेंगी। तीसरा है पानी छिड़कने के लिए मशीनों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाना बसों और मेट्रो और बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कुछ बसों को ‘पर्यावरण सेवा’ के लिए फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।”

उन्होंने कहा कि “दिल्ली और पूरे एनसीआर के अंदर ‘ग्रेप टू’ के जो नियम हैं उनको लागू कर दिया गया है। दिल्ली में इन नियमों को कैसे सख्ती के साथ इम्प्लीपेंट किया जाए। इसको लेकर के आज हमने सभी विभागों के साथ बैठक की और आज उसमें महत्वपूर्ण निर्णय हम लोगों ने लिया है। पहला निर्णय तो ये लिया है कि दिल्ली के अंदर जितने भी हॉट स्पॉट हैं, अब उन हॉट स्पॉट पर जितने नोडल डीसी हैं या डीपीसीसी के अधिकारी हैं वो 25 तारीख को ग्राउंड विजिट करेंगे, जिससे कि वहां पर अगर किसी तरह के अभियान में कमी है उसको सुनिश्चित करेंगे। दूसरा इन 13 हॉट स्पॉट के अलावा आठ पॉइंट ऐसे देख ररहे हैं जहां पर एक्यूआई का लेवल बढ़ रहा है सामान्य है दिल्ली की अपेक्षा, उन जगहों पर स्पेशल टीम बनाकर के फील्ड विजिट करने का निर्देश दिया गाय है।

Delhi Pollution: Delhi Pollution: 

तीसरा पूरी दिल्ली के अंदर जो वाटर स्प्रिगलिंग हैं, जो सफाई का काम चल रहा है, जो मशीनें चल रही हैं फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए, साथ ही गोपाल राय ने कहा कि अब सामान्य जो पानी है उसकी जगह उसमें जो डस्ट सैप्रेशन करने वाला पाउडर है उसको मिलाकर के उसमें वहां छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है इसके अलावा जो बसों की फ्रीक्वेंसी है मैट्रो की फ्रीक्वेंसी है उसको बढ़ाने के लिए निर्देश दिया गया है। मेट्रो में अभी जहां सात से आठ मिनट की फ्रीक्वेंसी है उसको हटाकर के पांच से छह करने का और जहां चार से पांच है वहां पर दो से तीन करने का निर्देश दिया गया है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को आगे फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के साथ-साथ जो हम पर्यावरण बस सेवा हम चलाते हैं उसकी फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए बोला गया है। इसी तरह ये निर्णय हुआ है कि एसडीएम अपने अपने यहां आरडबल्यूए की मीटिंग करेंगे और वो जो है वहां पर लोगों को जो उनके गार्ड होते हैं उनको इलेक्ट्रिक हीटर देने की प्रक्रिया शुरू करेंगे।”

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