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डिजिटल डेस्क, मुंबई। महा विकास अघाड़ी सरकार ने सोमवार को एक धार्मिक नेता कालीचरण महाराज के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिन्होंने छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक सभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ कथित रूप से अपशब्दों का इस्तेमाल किया था। छत्तीसगढ़ सरकार ने महाराष्ट्र के अकोला के रहने वाले कालीचरण महाराज सहित कम से कम दो लोगों के खिलाफ पहले ही मामला दर्ज कर लिया है, जिन्होंने न केवल गांधीजी के खिलाफ अपमानजनक और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, बल्कि उनके हत्यारे नाथूराम गोडे का महिमामंडन भी किया। उन्होंने यह टिप्पणी दो दिवसीय धर्म संसद के दौरान की थी, जो कि शनिवार-रविवार को रायपुर में आयोजित किया गया था।
सोमवार को जब विधानसभा में यह मुद्दा प्रमुखता से उठा, तो सत्ताधारी दल और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी दोनों के सदस्यों ने कालीचरण महाराज के बयान की निंदा की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने सदन में कहा, मैं आश्वासन देता हूं (कालीचरण महाराज के खिलाफ) कार्रवाई की जाएगी। एमवीए सरकार पूरी जानकारी जुटाएगी और मामले में कड़ी कार्रवाई करेगी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक और अन्य ने भी यह मामला उठाया। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, कांग्रेस मंत्री विजय वडेट्टीवार, भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार और अन्य ने भी इस मुद्दे पर बात की।
मलिक ने आग्रह करते हुए कहा, एक फर्जी बाबा कालीचरण महाराज द्वारा इस्तेमाल की गई अपमानजनक भाषा सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर वायरल हो गई है.. आप बापू की विचारधारा से भिन्न हो सकते हैं, लेकिन क्या उनके हत्यारों को इस तरह महिमामंडित किया जा सकता है। यह पिछले पिछले सात सालों से अधिक समय से हो रहा है। मंदिर (गोडसे के) बन रहे हैं। आइए अब कार्रवाई करें और एक उदाहरण स्थापित करें।
उन्होंने कहा कि गांधी जी का कोई भी अपमान राष्ट्र का अपमान है और सरकार को मामले में आगे बढ़ने के लिए और भी जानकारी मिलेगी। वडेट्टीवार ने कहा कि महात्मा गांधी एक महा मानव (महान आत्मा) हैं और उनकी प्रतिमाएं 56 देशों में स्थापित हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा निंदा किए जाने और नाराजगी जताने के बाद, छत्तीसगढ़ पुलिस ने रविवार को कालीचरण महाराज और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। रविवार को कालीचरण महाराज द्वारा इस्तेमाल किए गए आपत्तिजनक शब्दों के वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद रायपुर के कांग्रेस के पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की शिकायत के बाद पुलिस ने यह कदम उठाया था।
(आईएएनएस)
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