Punjab News: चंडीगढ़ में रहने वाले 30 साल के संदीप कुमार ने पंचकुला, चंडीगढ़ और मोहाली के ट्राई सिटी में छह लाइब्रेरी खोली हैं, इन पुस्तकालयों की खासियत ये है कि यहां न तो कोई ताला लगता है और न ही किताबें लेने पर कोई शुल्क लगता है। इस लाइब्रेरी को इस भरोसे के साथ खोला गया है कि कोई भी व्यक्ति यहां से किताब ले और पढ़ने के बाद उसे खुद वापस कर दे।
संदीप ने अपनी इस पहल को नाम दिया है ‘ईमानदारी की लाइब्रेरी’, इसकी शुरुआत लोगों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के मकसद से की गई है। लाइब्रेरी में आने वाले लोग इसे एक अच्छी पहल मानते हैं और यहां से पढ़ने के लिए किताबें लेने के अलावा वो यहां किताबें दान भी करते हैं।
संदीप का कहना है कि लाइब्रेरी से किताब लेने वाले 10 में से सात लोग उसे उम्मीद के मुताबिक वापस कर देते हैं। इसके अलावा इतने सारे लोग किताबें दान करते हैं कि लाइब्रेरी में कभी भी नई किताबों की कमी नहीं होती। संदीप की पहल ने न केवल छात्र-छात्राओं को बल्कि किताबें पढ़ने में रुचि रखने वालों को भी आकर्षित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने मन की बात में इसका जिक्र कर चुके हैं बता दें कि ‘ईमानदारी की लाइब्रेरी’ 24 घंटे खुली रहती है।
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एक रीडर ने बताया कि “मैं यहां पर आज बुक्स जब भी देखता हूं मेरे को पॉजिटिव होने का बड़ा शौक है। मैं यहां डिजाइनिंग विद डेस्टिनी बुक देखी थी मैं वो पढ़ने के लिए घर लेकर गया मेरे को काफी अच्छा लगा और मैंने फिनिश की तो मैंने वापिस करी। मेरे घर पर मैंने देखा दो तीन बुक्स और पड़ी थी जो मेरे किसी काम की नहीं थी तो मैंने वहां पर ये डोनेट भी की।”
इसके साथ ही कहा कि “कांसेप्ट बहुत बढ़िया है जी मैसेज ये है कि लोग बुक्स लेकर आते हैं बुक्स छोड़ जाते हैं सबके लिए यूज फुल हैं बुक्स। कोई भी लेकर जा सकता है कोई भी छोड़कर जा सकता है। बुक्स ही इतनी कई बार आ जाती हैं रखने के लिए जगह नहीं होती। लोगों का कहना है कि आमतौर पर ऐसी चीजें नहीं देखने को मिलती। अब यहां पर अपनी इच्छा से किताब ले भी सकते हैं आपको अच्छी लगे तो ले जाकर किताब पढ़ भी सकते हैं।”