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नई दिल्ली/ लुधियाना. पंजाब स्थित लुधियाना के कोर्ट में हुए एक ब्लास्ट के मामले में जर्मनी से एक शख्स गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बम ब्लास्ट के मास्टरमाइंड जसविंदर सिंह मुल्तानी ( (Jaswinder Singh Multani )) को जर्मनी से गिरफ्तार किया गया है. भारत सरकार ने जर्मनी से सरकार से की अपील थी. सूत्रों के मुताबिक मुल्तानी ISI के इशारों पर काम करता था. अदालत परिसर में विस्फोट की घटना बृहस्पतिवार को हुई थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि छह अन्य घायल हो गये थे. पुलिस ने बताया था कि अदालत परिसर की दूसरी मंजिल पर बने शौचालय में विस्फोट हुआ. उस समय जिला अदालत की कार्यवाही चल रही थी. अदालत परिसर के दूसरे तल पर हुए विस्फोट में परिसर की एक दीवार क्षतिग्रस्त हो गयी और वहां पार्किंग में खड़े कुछ वाहनों के कांच टूट गये थे.
यह विस्फोट अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और कपूरथला के एक गुरुद्वारे में कथित बेअदबी के प्रयासों की घटनाओं के कुछ दिनों बाद हुआ था. इन घटनाओं में दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान की सीमा के पास ड्रोन देखे जाने के मामले भी सामने आए हैं. अधिकारियों को संदेह है कि उन्होंने हथियार या विस्फोटक गिराए होंगे.
होशियारपुर का है जसविंदर
भारतीय खुफिया एजेंसी आईबी (IB ) के सूत्रों के मुताबिक जसविंदर सिंह मुल्तानी पिछले काफी समय से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI ) के एजेंट के तौर पर काम करता रहा है. इसके साथ ही सिख फ़ॉर जस्टिस ( Top Militant of Sikh For Justice) संस्था में बड़े स्तर का आतंकी रहा है. यानी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ( ISI) के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाली संस्था सिख फ़ॉर जस्टिस के लिए ये लगातार काम कर रहा था. सूत्रों के मुताबिक ये गिरफ्तारी पंजाब पुलिस और भारत की जांच एजेंसी द्वारा जर्मन पुलिस को भेजे गए इनपुट्स और सबूतों के आधार पर पर हुई है.
आरोपी जसविंदर सिंह मुल्तानी मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर इलाके का रहने वाला है लेकिन पिछले काफी समय से वो जर्मनी में छिपकर रह रहा था और वहीं से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा हुआ था. इसी मामले में ये भी जानकारी मिली है कि जसविंदर सिंह ने ही भूरा और रिन्दा नाम के आरोपी के माध्यम से विस्फोटक को लुधियाना भेजवाया था.
कैसे हुआ लुधियाना ब्लास्ट मामले में पाकिस्तानी और सिख फ़ॉर जस्टिस से जुड़ा खुलासा
लुधियाना बम ब्लास्ट मामले में मृतक दीपक गगनदीप सिंह नाम के आरोपी की भूमिका सामने आई थी, जो इस बम ब्लास्ट घटना के दौरान अपने साथ लाए विस्फोटक की चपेट से मारा गया था. मृतक गगनदीप सिंह पंजाब पुलिस का बर्खास्त हेड कॉन्स्टेबल था. पंजाब पुलिस जब कोर्ट में ब्लास्ट वाले लोकेशन पर तफ्तीश कर रही थी, उसी दौरान घटनास्थल से इंटरनेट कनेक्ट करने वाले एक डोंगल को बरामद किया गया.
उसी डोंगल से कॉन्स्टेबल गगनदीप सिंह की पहचान सहित उसके द्वारा के गए इंटरनेशनल कॉल की जानकारी मिली थी. जिसको खंगालने के बाद जसविंदर सिंह मुल्तानी का नाम सामने आया था. इस ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए बेल्जियम में रह रहे जगदीश भूरा नाम के आतंकी और रिन्दा ने विस्फोटक को लुधियाना में गगनदीप तक पहुंचाने में मददगार बना था. यानी इस मामले में कई आरोपियों की भूमिका सामने आ रही है.
मृतक गगनदीप सिंह के पास जो डोंगल पुलिस ने बरामद किया था. उस डोंगल की तफ्तीश के दौरान यह पाया गया उस से तकरीबन 13 इंटरनेशनल कॉल की गई थी. उसी दौरान दुबई.मलेशिया. पाकिस्तान में कॉल किए जाने की जानकारी मिली.उसी तफ़्तीश के दौरान ये भी पाया गया था कि उसी डोंगल द्वारा इंटरनेट के माध्यम से कनेक्ट मोबाइल पर तीन मिस कॉल आया था. यहां तक की ब्लास्ट से एक दिन पहले रात से सुबह तक उसी मोबाइल नंबर से लगातार बातचीत हो रही थी.
जांच एजेंसी को ये भी जानकारी मिली थी कि उस डोंगल से कनेक्ट मोबाइल नम्बर पर पंजाब स्थित एक जेल से कई फोन आए थे. जिसके बाद गगनदीप के दो साथियों रणजीत और सुखविंदर दोनों का कनेक्शन सामने आया. ये दोनों नशे का कारोबार करता रहा है. इसी इल्जाम में पिछले काफी समय से जेल में कैद है. फिलहाल इन दोनों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर पूछताछ की जा रही है. (संवाददाता- शंकर आनंद के इनपुट के साथ)
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