Maharashtra: राज्य सरकार ने शिवाजी के वाघ नख को भारत लाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए

Maharashtra: महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने संग्रहालय में एक बैठक में वी एंड ए के निदेशक डॉ. ट्रिस्ट्राम हंट के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। हंट ने कहा कि आकर्षक विरासत को देखते हुए उम्मीद है कि पूरे महाराष्ट्र में प्रदर्शन और उसके साथ होने वाले कार्यक्रम वाघ नख के इतिहास और उत्पत्ति के बारे में नई बातें सामने लाएंगे।

संस्कृति मामलों के मंत्री सुधीर मुनंगटीवार, ने इस मामले पर कहा कि यह वाघ नख हमें देने का निर्णय किया है जो हमारी आस्था और अस्मिता का विषय है।हम कोशिश तो यही करेंगे कि आगे वो हमें स्थायी रूप से मिले। इसके साथ ही लेखक अमीष त्रिपाठी ने कहा कि यह वास्तव में भारत में एक महत्वपूर्ण अवसर है। छत्रपति शिवाजी को भारत में लगभग भगवान के रूप में माना जाता है, जो कई मायनों में आधुनिक भारत के संस्थापक हैं। वाघ नख उन्होंने (शिवाजी) अपने हाथों में थाम रखा था। इसलिए ये सभी भारतीयों के लिए एक सुखद क्षण है।”

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महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष विशाल खटके ने कहा कि हम जश्न मना रहे हैं, हम कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम करने जा रहे हैं। हम अफजल खान पर छत्रपति शिवाजी की जीत को दिखाने जा रहे हैं और गाने बजाए जाएंगे।

बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने 17वीं शताब्दी के ‘वाघ नख’ को एक प्रदर्शनी के लिए भारत लाने के वास्ते को लंदन के विक्टोरिया एंड अल्बर्ट (वी एंड ए) संग्रहालय के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस हथियार के बारे में माना जाता है कि इसका इस्तेमाल छत्रपति शिवाजी महाराज करते थे।

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