Jammu-Kashmir: श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में लगातार चौथे शुक्रवार को सामूहिक नमाज की अनुमति नहीं दी गई।
शहर के नौहट्टा इलाके में मस्जिद पर ताला लगा हुआ है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इसके चारों ओर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
मीरवाइज उमर फारूक ने कहा, “ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों को जुमे की नमाज अदा करने से रोका गया। ये शासन की विफलता है। हम चाहते हैं कि माननीय हाई कोर्ट इस मामले को देखे और बताए कि जामा मस्जिद क्यों बंद हैं।
हालांकि नमाज़ के लिए मस्जिद को बंद करने के कारण पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि गाजा पट्टी में इजराइली कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए मस्जिद का इस्तेमाल किए जाने की आशंका थी।
Jammu-Kashmir:
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने बताया कि “यह सारा सिलसिला जो है वो बहुत ही अफसोस नाक है। खासकर को जुमे की नमाज़ अदा करने से रोका गया। लोगों को रोकना ये न सिर्फ हुकूमत का अफसोस तजनामल है बल्कि हम ये चाहते हैं कि कम से कम जो आदरणीय हाई कोर्ट है वो इस मामले का नोटिस ले और वो देखे कि हमारा केस अभी भी हाई कोर्ट में है और इस हफ्ते उसकी पेशी भी है कि वो देख क्यों हमें बार बार रोका जा रहा है। क्यों जामा मस्जिद को बार-बार नमाज के लिए बंद किया जा रहा है।”