Wayanad: केरल में वायनाड के लैंडस्लाइड प्रभावित इलाकों में लापता लोगों की तलाश और बचाव अभियान सांतवें दिन भी जारी है, इस दौरान दिल को झकझोरने वाली कई बातें सामने आई हैं। वायनाड के दो भाई नासिर और मंसूर ने अपने परिवार के 16 सदस्यों को खो दिया है। इनके परिवार के लोग वायनाड जिले के चूरलमाला और मुंडक्कई में रहते थे।
लैंडस्लाइड की घटना के बाद से मंसूर अब तक अपनी बेटी की तलाश कर रहे हैं। उनका कहना है कि काम पर जाने की वजह से उसकी जान बच गई। जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 219 शव और शरीर के 154 से ज्यादा अंग बरामद किए जा चुके हैं। लगभग 206 लोग अब भी लापता हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन को तेजी देते हुए एनडीआरएफ के-9 डॉग स्क्वाड, सेना, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप, पुलिस, अग्निशमन बल, वन विभाग, नौसेना और कोस्ट गार्ड समेत कई जवान लैंडस्लाइड वाले इलाकों में तैनात हैं।
वायनाड निवासियों का कहना है कि “इस घटना में परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई। मेरा दूसरा भाई था जो मुंडक्कई में रहता था। उनका परिवार सुरक्षित है, लेकिन उनकी पत्नी के परिवार के कुल 11 सदस्यों की इस घटना में मृत्यु हो गई। कुल मिलाकर, इस घटना में हमने अपने परिवार के 16 सदस्यों को खो दिया। मुझे अपने परिवार के चार सदस्यों के शव मिले। मेरी पत्नी, बेटा, बहन और मां आज मिल गए, मेरी बेटी अभी तक नहीं मिली है।”