Share Market: प्रमुख बैंकों और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में बिकवाली के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार निकासी से स्थानीय शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स में करीब 504 अंक जबकि निफ्टी में 144 अंक की गिरावट रही।
दबाव बढ़ाते हुए, लगातार विदेशी फंड निकासी और कमजोर होते रुपये ने निवेशकों की भावना को और कमजोर किया और शेयर बाजार में समग्र माहौल को ठंडा रखा। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अपने नए निचले स्तर पर पहुंच गया है।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स करीब 504 अंक लुढ़ककर 85,138 पर जबकि 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 143 अंक गिरकर 26,032 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में एक्सिस बैंक, HDFC बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ICICI बैंक और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड सबसे ज्यादा लुढ़के। जबकि एशियन पेंट्स, मारुति सुजुकी, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर और बजाज फाइनेंस के शेयर सबसे ज्यादा चढ़े।
क्षेत्रीय मोर्चे पर बैंकों, बिजली, धातुओं, पूंजीगत वस्तुओं, तेल और गैस और एफएमसीजी शेयरों ने बाजार को नीचे खींचा। जबकि दूरसंचार और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के शेयर मजबूत रहे। जापान के निक्केई, सियोल के कोस्पी और हॉन्गकॉन्ग के हैंग सेंग समेत सभी एशियाई बाजार बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट गिरावट के साथ बंद हुआ।
यूरोपीय बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। वहीं अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए, विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 1,171 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे।