सरकार ने नौकरीपेशा लोगों को बड़ा झटका दिया है। ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2022 के लिए PF पर मिलने वाली ब्याज दरों पर कटौती करने का फैसला किया है। जिसके बाद अब प्रॉविडेंट फंड पर 8.5 फीसदी मिलने वाल ब्याज घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया है।
गौरतलब हो कि 11 मार्च, शुक्रवार से जारी ईपीएफओ की दो दिवसीय बैठक आज खत्म हुई। पीएफओ के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी ने शनिवार को हुई बैठक में पीएफ के ब्याज घटाने का फैसला किया। पहले यह 8.5 फीसदी था, जो अब 8.1 फीसदी कर दिया गया है। यह दर पिछले करीब चार दशकों यानी 40 सालों में सबसे कम है। बता दें कि 1977-78 में ईपीएफओ ने 8 फीसदी का ब्याज दिया था। उसके बाद से यह 8.25 फीसदी या उससे अधिक रही है। ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2020-21 और इससे पिछले वित्त वर्ष में 8.5 फीसदी ब्याज तय की थी। इससे पहले 2018-19 में ईपीएफओ पर 8.65 प्रतिशत का ब्याज दिया गया था। ईपीएफओ ने 2016-17 और 2017-18 में भी 8.65 प्रतिशत का ब्याज दिया था। वहीं, 2015-16 में ब्याज दर 8.8 फीसदी, 2013-14 और 2014-15 में भी 8.75 प्रतिशत थी।
इन ब्याज दरों के घटने के बाद पीएफ सब्सक्राइबर्स और मेंबर्स को अपने पीएफ पर घटा हुआ ब्याज मिलेगा। सरकार के इस कदम से पीएफ खातों पर ब्याज ले रहे ईपीएफओ सब्सक्राइबर्स को अब कम ब्याज मिलेगा और ये उनके घर आने वाली कमाई को कम करेगा। बता दें कि पीएफ जमा पर ब्याज घटाने से पहले ही ईपीएफओ को ट्रेड यूनियनों की तरफ से भारी विरोध का सामना करना पड़ा है।