Kathua: जम्मू-कश्मीर में कठुआ जिले के माचेडी में सेना की गाड़ी पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया, हमले में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) समेत पांच जवान शहीद हो गए और पांच घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने सेना की गाड़ी पर ग्रेनेड से हमला किया और गोलीबारी की, यह घटना दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई, जब कठुआ से 150 किलोमीटर दूर लोहई मल्हार में बदनोता गांव के पास माचेडी-किंडली-मल्हार रोड पर सेना की गाड़ी गश्त कर रही थी।
कठुआ जिले में एक महीने के अंदर ये दूसरा आतंकवादी हमला है, इससे पहले 12 और 13 जून को मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे, मुठभेड़ में सीआरपीएफ के एक जवान की जान चली गई थी। घात लगाकर हमला करने के बाद, आतंकवादी पास के जंगल में भाग गए। पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के सहयोग से सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है। आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई है, आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ज्यादा जवानों को भेजा गया है, माना जा रहा है कि हथियारबंद आतंकियों की संख्या तीन है। डीजीपी आर. आर. स्वैन उधमपुर जिले के बसंतगढ़ से लगे घने जंगल में आतंकवाद-रोधी अभियान की निजी तौर पर निगरानी कर रहे हैं। यहां पहले भी कई मुठभेड़ हुए हैं।
यह इलाका उधमपुर जिले के बसंतगढ़ से लगा हुआ है। बसंतगढ़ के पनारा गांव में 28 अप्रैल को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में ग्राम रक्षा प्रहरी मोहम्मद शरीफ की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने कहा कि आशंका है कि सीमा पार से घुसपैठ के बाद आतंकवादी इसी रास्ते से अंदरूनी इलाकों तक गए थे, सेना की गाड़ी में 10 जवान थे, जो हमले की जद में आ गए। जम्मू के जिन इलाकों को आतंकवाद से मुक्त माना जा रहा था, वहां लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। नौ जून को रईसी में श्रद्धालुओं की बस पर हुए हमले में नौ लोगों की मौत हो गई थी और 41 घायल हुए थे। 12 जून को सुरक्षाबलों ने कठुआ के हीरानगर में दो आतंकियों को मार गिराया था, 26 जून को डोडा जिले में तीन आतंकी मारे गए थे।
डोडा जिले के गंदोह में हाल में हुए हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं, वहां 26 जून को मुठभेड़ में तीन विदेशी आतंकवादी मारे गए थे, राजौरी जिले के मंजकोट इलाके में सेना के एक शिविर को निशाना बनाया गया, जिसमें एक सैनिक घायल हो गया था। सबसे दुखद घटनाओं में से एक नौ जून को हुई थी। आतंकवादियों ने रियासी जिले के शिव खोड़ी मंदिर से तीर्थयात्रियों को ला रही बस पर हमला किया था, इस वारदात में नौ लोगों की जान चली गई और 41 घायल हुए थे। इससे पहले मई में आतंकवादियों ने पुंछ जिले में वायुसेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था, इसमें एक जवान की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे।