Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में रहने वाले 70 साल के मोहम्मद हुसैन इन दिनों दीये बनाने में जुटे हैं, मोहम्मद हुसैन हर साल करवा चौथ और दिवाली के दिन इस्तेमाल होने वाले दीयों को बनाते और बेचते हैं।
मोहम्मद हुसैन और उनकी पत्नी आसिया खातून चालीस सालों से भी ज्यादा समय से दीये बनाकर बेच रहे हैं और यह ही उनकी रोजी रोटी का एक मात्र जरिया है। इस बुजुर्ग दंपत्ति का कहना है कि कभी-कभी जब गरीब महिलाएं उनके यहां आती हैं तो वे उन्हें मुफ्त में भी दीये दे देते हैं।
हुसैन ने कहा कि वो हर साल अच्छी कमाई के लिए करवा चौथ और दिवाली जैसे त्योहारों का शिद्दत से इंतजार करते हैं। यह जोड़ा सांप्रदायिक सद्भाव की एक मिसाल है। उनकी दुकान पर कुछ ग्राहक ऐसे हैं जो बरसों से उनके यहां से दीये खरीद रहे हैं।
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मोहम्मद हुसैन “हां, कुछ लोग ऐसे भी ले जाते हैं। क्या करें। गरीब होता है। हम भी दे देते हैं। चलो, हमारी तरह जो है उनसे क्या लेना है। त्योहार का रहता है इंतजार। त्योहार आते हैं तो हमारा कारोबार भी चलता है। वैसे भी जिंदगी का कुछ पता नहीं है कि जीवन में क्या होगा? कोई नहीं जानता। इसलिए काम पर सिर्फ ध्यान रहता है।”