Jammu: केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत 2025 में अपना पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष और महासागर मिशन शुरू करेगा, जितेंद्र सिंह ने कहा कि “गगनयान का अंतिम प्रक्षेपण 2025 में होगा। ये साल बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि परीक्षण उड़ानें पूरी हो जाएंगी। किसी इंसान को अंतरिक्ष में भेजना बहुत महत्वपूर्ण और रोमांचक है, लेकिन इंसान को सुरक्षित और स्वस्थ वापस लाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने कहा कि एक क्रू मॉड्यूल और एक ऑपरेशनल मॉड्यूल के साथ परीक्षण उड़ानें यह सुनिश्चित करेंगी कि यह सभी योजना के मुताबिक काम करें, जितेंद्र सिंह ने कहा कि लॉन्च से पहले की आखिरी उड़ान में एक महिला रोबोट होगी, जिसका नाम “व्योममित्रा” होगा। ये रोबोट वो सभी चीजें करेगा जो एक मानव अंतरिक्ष यात्री करता है।
उन्होंने कहा कि 2025 में एक भारतीय गोताखोर समुद्र की सबसे निचली गहराई तक जाएगा और वहां मिनरल्स, अलग-अलग धातुओं और बायो डायवर्सिटी समेत सभी चीजों का अध्ययन करेगा जो देश की ब्लू इकोनॉमी को बढ़ावा देगा। जितेंद्र सिंह ने कहा, “हमारे पास 7,500 किलोमीटर लंबा तट है, जो किसी भी दूसरे देश से लंबा है और ब्लू इकोनॉमी 2025 में देश की समग्र अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा देगी।”
उन्होंने भारत के पहले सौर मिशन आदित्य एल वन की सफलता के लिए वैज्ञानिकों की भी तारीफ की। डॉ. जितेंद्र ने कहा कि “गगनयान का अंतिम प्रक्षेपण 2025 में होगा। ये साल बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि परीक्षण उड़ानें पूरी हो जाएंगी। किसी इंसान को अंतरिक्ष में भेजना बहुत महत्वपूर्ण और रोमांचक है, लेकिन इंसान को सुरक्षित और स्वस्थ वापस लाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। हमारे पास 7,500 किलोमीटर लंबा तट है, जो किसी भी दूसरे देश से लंबा है और ब्लू इकोनॉमी 2025 में देश की समग्र अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा देगी।”