Jammu: बॉर्डर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सीमावर्ती इलाकों में होम स्टे को मंजूरी 

Jammu:  जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सीमा पर शांत माहौल के बीच बॉर्डर टूरिज्म को बढ़ावा देने की पहल की है, इसके लिए रामगढ़ सेक्टर के प्रसिद्ध बाबा चमलियाल मंदिर के पास होम स्टे बनाने की मंजूरी दे दी गई है। जीरो लाइन पर मौजूद बाबा चमलियाल का प्रसिद्ध मंदिर कभी भारत-पाकिस्तान की दोस्ती का प्रतीक माना जाता था, देशभर से हजारों लोग यहां आते हैं। खासकर यहां लगने वाले सालाना मेले पर बहुत से लोग यहां पहुंचते हैं।

लोगों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम से यहां बदलाव दिख रहा है। ऐसे में देशभर के सैलानियों को यहां लाने में मदद मिलेगी। बॉर्डर एरिया में रहने वाले कई लोगों ने एक्स्ट्रा कमरे बनाए हैं, जिसे होम स्टे में बदल दिया गया है। उन्हें लगता है कि इससे इलाके की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इलाके में शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी।

एक पूर्व सरपंच ने सभी सुविधाओं से लैस एक अंडरग्राउंड बंकर बनाया है। इससे विजिटर्स को बॉर्डर पर रहने का अनुभव तो मिलेगा ही, साथ ही ये सीमा पार से होने वाली गोलाबारी से बचाता भी है। सांबा प्रशासन के मुताबिक यहां आने वाले सैलानी जीरो लाइन पर खेती भी देख सकते हैं। इसके अलावा रामगढ़ और सांबा में कम्युनिटी बंकरों को मॉडल बंकर बनाने की योजना पर भी काम चल रहा है। इसमें जिम और लाइब्रेरी भी होगी, ताकि बंकरों का पूरा इस्तेमाल हो।

अभिषेक शर्मा, डिप्टी कमिश्नर, सांबा “जब हमने पिछले साल वहां देखा कि लोगों के रुकने के लिए जगह की कमी थी। तो इसी कमी को हमने ढूंढा और होम स्टे का जो अभी प्रोग्राम चल रहा है टूरिज्म डिपार्टमेंट की तरफ से, होम स्टे प्रमोशन पर जो फोकस है, उसको कोशिश की गई कि उस कमी को वहां से पूरा करने की। तो जो युवा एंटरप्रेन्योर से बॉर्डर एरिया से उनको जागरूक किया गया कि किस तरह से वो अपने घर को एक तरह का टूरिस्ट होम स्टे बना सकते हैं।”

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