GATI: केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार ने मौजूदा वक्त में भारतीय कार्यबल को ज्यादा उत्पादक बनाने के लिए व्यावसायिक शिक्षा और पेशेवर तैयारी के लिए कौशल प्रशिक्षण की एक श्रृंखला शुरू की है।
जयशंकर ग्लोबल एक्सेस टू टैलेंट फ्रॉम इंडिया (जीएटीआई) फाउंडेशन कार्यक्रम के शुभारंभ में शामिल हुए, इस कार्यक्रम में कौशल विकास व उद्यमिता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी भी मौजूद थे।
जीएटीआई का मकसद है कि विदेशों में रोजगार को समर्थन देने के लिए भारत को एक वैश्विक प्रतिभा केंद्र के रूप में उभारा जाए।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि “हम अपनी सीमाओं से आगे मौकों पर भी ध्यान देते हैं और इसकी वजह वैश्विक कार्यबल के साथ वैश्विक कार्यस्थल का आना है। ये घटनाएं जनसांख्यिकीय परिवर्तनों, नई प्रौद्योगिकियों की मांग और कार्य-प्रणाली के साथ-साथ भरोसे और लचीलेपन के महत्व से प्रेरित हैं।”
“हमारी सरकार ने आज व्यावसायिक शिक्षा में कौशल प्रशिक्षण की एक श्रृंखला शुरू की है और भारतीय कार्यबल को ज्यादा उत्पादक बनाने के लिए पेशेवर तैयारी की है।”
“ये एक ऐसा प्रयास है जिसमें हर हितधारक का योगदान मूल्यवान और स्वागत योग्य है क्योंकि हम दुनिया के साथ अपने जुड़ाव पर विचार करते हैं। भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।”