Farmer protest: एमएसपी पर कानून समेत अपनी कई मांगों को लेकर देशभर से किसान छह मार्च को प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली पहुंचेंगे। शंभू बॉर्डर पर एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि मौजूदा विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा और तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती।
किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) किसानों के दिल्ली चलो मार्च की अगुवाई कर रहा है, दोनों मंचों ने फैसला किया है कि जहां पंजाब और हरियाणा के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन का समर्थन करना जारी रखेंगे, वहीं बाकी राज्यों के किसान छह मार्च को दिल्ली पहुंचेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने कहा कि हरियाणा और पंजाब के किसान दिल्ली की तरफ नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने महिलाओं, छात्रों, किसानों, मजदूरों से भी प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की। सुरक्षा बलों ने किसानों के दिल्ली चलो मार्च को पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर रोक दिया था, तभी से किसान वहां डटे हुए हैं।
किसानों ने 13 फरवरी को मार्च शुरू किया था, शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों और सुरक्षाबलों के बीच कई बार झड़प भी हो चुकी है। किसान “दिल्ली कूच का हमारा प्रोग्राम है, जो जत्थेबंदियां हैं वो जाएंगीं, हमारी दो जत्थेबंदियां यहां हैं दो बॉर्डरों पर वहां पर हम रहेंगे। पिछले साल जो धरना था वो 13 महीने लगातार चला था। कितनी गर्मी रही है, कितनी बारिश रही है, हमारे तंबू उखड़ गए थे, हम बिलकुल नहीं डरेंगे, हम यहीं डटे रहेंगे।”