Everest Base Camp: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की रहने वाली सिद्धि मिश्रा ने छोटी उम्र में ही बड़ा काम कर दिया है। दो साल की उम्र में सिद्धि मिश्रा ने अपने मां भावना डेहरिया के साथ माउंट एवरेस्ट के बैस कैंप पहुंच कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है, सिद्धि की मां भावना डेहरिया पर्वतारोही हैं।
भोपाल के बागसेवनिया की रहने वाली दो साल की सिद्धि मिश्रा अभी प्ले स्कूल में पढ़ाई करती है, सिद्धि बर्फीली हवा, माइनस 18 डिग्री तापमान जैसे मुश्किल हालातों में माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप पर पहुंची। एक्सपीडिशन हिमालय डॉट कॉम प्राइवेट लिमिटेड की ओर से जारी सर्टिफिकेट के मुताबिक, सिद्धि ने अपने माता-पिता भावना डेहरिया और महिम मिश्रा के साथ 22 मार्च को एवरेस्ट बेस कैंप (ईबीसी) ट्रेक पूरा किया।
सिद्धि की मां ने 22 मई, 2019 को दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर चढ़ाई की थी, हिमालय एक्सपीडिशन के निदेशक नबीन ट्रिटल की माने तो सिद्धि मिश्रा ने अपनी मां की पीठ पर सवार होकर समुद्र तल से 17,598 फीट की ऊंचाई पर नेपाल के दक्षिण की ओर चढ़ाई की। इस दौरान दोनों की पूरी यात्रा में नीमा शेरपा मार्गदर्शक रहे।
सिद्धि ने अपने माता-पिता के साथ 12 मार्च को नेपाल के लुक्ला के रास्ते यात्रा पर निकलीं और दस दिनों के बाद ईबीसी ट्रेक पूरा किया। नबीन ट्रिटल ने बयान में कहा, “सिद्धि एक्सपीडिशन हिमालय के साथ एवरेस्ट बेस कैंप ट्रेक पूरा करने वाली ढाई साल की पहली बच्ची बन गई है।” बता दें कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की रहने वाली भावना ने बचपन से ही अपने गांव तामिया के आसपास की पहाड़ियों पर चढ़ना शुरू कर दिया था। इसके बाद से ही उनमें दुनिया भर की चोटियों पर चढ़ने का जुनून पैदा हो गया।